बारिश के मौसम में भिलाई के कई जगह खुले है “मौत के गड्ढे”? बिन ढकें पानी से फुल गटर और गड्ढों में गिरने से बड़ी दुर्घटना की आशंका…! बच्चों को ज्यादा खतरा, 4 दिन में 2 मवेशी गिरे… SDRF ने किया रेस्क्यू; निगम कब लेगी सुध?

भिलाई। जिले में बारिश के दौरान गड्ढों में गिरने का खतरा बढ़ा हुआ है। क्योकि गड्ढों में पानी भरने की वजह से ये समझ नहीं आता की गड्ढा कितना गहरा है। इसका शिकार इंसान के साथ-साथ बिन मुहं के जानवर भी हो रहे है। बीते तीन दिनों में भिलाई के ही अलग-अलग दो जगहों के गड्ढों में मवेशी के गिरनी खबर सामने आई है, जिनके रेस्क्यू के लिए SDRF को बुलाना पड़ा, इन गड्ढों में कोई भी इंसान खास कर बच्चें भी गिर सकते है, जिससे बड़ा हादसा भी हो सकता है। इसकी मुख्य वजह है गड्ढे खुले हुए है और गटर का ढक्कन गायब है, जो साफ तौर निगम की विफलता की दर्शाता है।

रविवार 21, जुलाई को स्मृति नगर चौकी क्षेत्र के आनंद नगर में 10 फीट के गड्ढे एक सांड गिर गया था, नागरिकों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। तत्काल दुर्ग कंट्रोल रूम से एस.डी.आर.एफ की टीम रवाना हुई और घटनास्थल पहुंचकर कड़ी मशक्कत के साथ एसडीआरएफ के जवानों द्वारा सांड को गड्ढे से बाहर निकाला गया।

गुरुवार 18, जुलाई को भी सुपेला में एक सांड करीब 10 फीट गहरे गड्ढे में गिर गया। कंट्रोल रूम दुर्ग से सूचना मिलने पर SDRF की टीम मौके पर पहुंची। सुपेला थाना क्षेत्र के नई बिल्डिंग में बने गटर जो 10 फिट गहरा था और गटर पूरी तरह से खुला हुआ था। उसमें सांड गिर गया था। SDRF की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद सांड को गड्ढे से बाहर निकाला।

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