भिलाई के सिंगर नीलेश मर्डर केस में 3 और आरोपी पकड़े गये…लाश को टुकड़े कर ठिकाने लगाने में की थी मदद, भिलाई में रहकर कर रहे थे पढ़ाई

भिलाई। दुर्ग जिले के स्मृति नगर निवासी सिंगर के अंधे कत्ल का दुर्ग पुलिस ने कुछ दिनों पहले खुलासा किया था। इस मामले में 6 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी। अब इस मामले में पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

भिलाई के युवक की हत्या मामले में फरार चल रहें 3 और आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दरहसल 17 अक्टूबर 2022 को परिजन ने मृतक नीलेश डहरे को लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। परिजनों के अनुसार नीलेश 7 अक्टूबर 2022 से लापता था।

गिरफ्तार आरोपियों का नाम :

  1. हरिश निषाद उर्फ राजा, पिता पीलाराम उर्फ गोविंद निषाद उम्र 24 साल, निवासी ग्राम कचलोन, थाना सिमगा, जिला बलौदा बाजार (छत्तीसगढ़)
  2. अभिषेक एक्का, पिता स्व० अमलन एक्का, उम्र 24 साल, निवासी जिला जेल के पास कोरबा डाईट, मकान नंबर एच / 07 पोस्ट रिस्दी जिला कोरबा (छत्तीसगढ़) हाल शंकराचार्य कालेज के पास हुड़को भिलाई थाना भिलाई नगर जिला दुर्ग (छ0ग0)
  3. अभिषेक जंघेल, पिता प्रेम कुमार जंघेल, उम्र 24 साल, निवासी गोपालपुर थाना छुईखदान जिला राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) हाल पुष्पक नगर, प्रतिक निवास पीजी हास्टल मिलाई थाना मोहन नगर जिला दुर्ग (छत्तीसगढ़)

मृतक नीलेश स्मृति नगर में किराए के मकान में रहता था और म्यूजिक एलबम बनाने का काम करता था। आरोपियों ने मृतक को स्मृति नगर क्षेत्र से अर्टिगा कार में उठाकर सिमगा ले गये थे।आरोपियों ने सिमगा क्षेत्र के कचलोन गांव के नर्सरी में ले जाकर नीलेश की हत्या कर दी थी। सबूत छुपाने के लिये शातिर आरोपियों ने मृतक के शव के करीब 10 से अधिक टुकड़े कर अलग-अलग चार बोरों में डालकर शव को डिस्पोजल करने का प्रयास किया था।

दो दिन तक स्मृति नगर पुलिस ने सिमगा क्षेत्र में कैम्प कर फरार एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के निशानदेही पर पैंतीस फीट गहरे कुंआ जिसमें 25 फीट पानी भरा हुआ था। पुलिस ने दो मोटर पंप की सहायता से पानी खाली कराकर मृतक के मोबाईल को बरामद किया।

आरोपी से हत्या करने में प्रयुक्त लोहे की पाईप, कुल्हाडी घटना के समय पहने कपड़ा को किया गया जप्त। शव को ठिकाने लगाने में मदद करने वाले दो अन्य आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

1 लाख 60 हजार के लिए हत्या
घटना में शामिल आरोपी मोण्टू व वरूण से मृतक नीलेश ने करीब 1,60,000 रूपये भी ले रखे थे। साथ ही मोण्टू का एक एक्टीवा भी मृतक अपने पास रखा हुआ था, जो वो वापस नहीं दे रहा था। जब भी ये एक्टीवा लेने जाते थे तो नीलेश पुलिस में रिपोर्ट करने की धमकी देता था। इसी बात से नाराज होकर मोण्टू जो कि एक कुख्यात अपराधी है। अपने गैंग के वरूण, भोजराम व अन्य के साथ मिलकर किराये की एक अर्टिका कार बुक कर भिलाई आकर मृतक नीलेश को दिनांक 07 अक्टूबर 2022 को अपहरण कर ग्राम कचकोन (सिमगा) में एक नर्सरी में ले जाकर मारपीट कर हत्या किया गया।

72 घण्टो से ज्यादा पुलिस टीम ने सिमगा में लगाया था कैम्प:
दुर्ग एस.पी. डॉ अभिषेक पल्लव के निर्देशन में एडिश्नल एस.पी. और सी.एस.पी. के मार्गदर्शन में लगातार 72 घण्टो से अधिक सुपेला थाना और स्मृति नगर चौकी की पुलिस टीम ने सिमगा में ही कैम्प लगाया था।

पुलिस ने 6 आरोपियों को किया था गिरफ्तार:
मुखबीर सचूना व तकनीकी साक्ष्य की सहायता से 6 आरोपियों को 3 नवंबर 2022 को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। घटना में इस्तेमाल किए गए हथियार कुल्हाड़ी, डण्डा, चाकू, वाहन को भी पुलिस ने बरामद कर लिया था।

जंगल में मिला था युवक के धड़ का हिस्सा:
पुलिस की कारवाई के बाद आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल किया की और महासमुंद से 150 KM दुर्ग जंगल पहाड़ में बोरे में भरा मृतक नीलेश के धड़ का हिस्सा मिला था।

दुर्ग पुलिस ने गैंग का किया पूरा सफाया:
दुर्ग पुलिस ने सिमगा क्षेत्र के आदतन व कुख्यात आरोपी मोण्टू उर्फ अमरजीत के गैंग का पूरा सफाया कर दिया। घटना में प्रयुक्त हथियारों के अलावा दहशत गर्दी करने के लिये आरोपियों ने अपने पास कई हथियार रखा हुआ था। पुलिस ने हथियारों का जखीरा भी बरामद किया जिसमें नकली पिस्टल भी शामिल था।

पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों के नाम

(1) अमरजीत उर्फ मोण्टू पिता कृष्णा महेश्वरी।
(2) हरेन्द्र उर्फ फोकली पिता कृष्णा महेश्वरी।
(3) वरुण सोनकर पिता भगतराम सोनकर।
(4) भोजराम निषाद पिता पुरूषोत्तम निषाद।
(5) मनीष राव गायकवाड़ पिता संतोष राव।
(6) भूपत साहू पिता गणेश साहू साकिनान कचकोन थाना सिमगा जिला बलौदा बाजार।

अपराध क्र. 1101 / 2022 धारा 302,364,201, 120बी, 147, 148, 342, 109 धाराओं के तहत पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कारवाई की है।

पढ़िए पुलिस की प्रेस रिलीज:

तलाश शुरू किया सूचक ने बताया कि नीलेश म्यूजिशियन है एलबम वगैरह बनाता है। पुलिस ने पता तलाश के दौरान आस-पास के लोगो व नीलेश के साथी मित्रो से पूछताछ किया पर कुछ भी पता नही चल पा रहा था। गुम इंसान की एक्टीवा भी गायब थी। मामले में कुछ संदेह होने से थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक दुर्गेश भार्मा को अवगत कराया गया। मामले में किसी अप्रिय घटना घटित होने की आशंका पर थाना प्रभारी द्वारा तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए टेक्नीकल साक्ष्यों का सहारा लिया। निलेश की कॉल डिटेल निकलवाने पर उसके अवलोकन पर काफी अजीब चीजें देखने को मिले। थाना प्रभारी द्वारा तत्काल इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई

श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय दुर्ग, श्री डॉ. अभिशेक पल्लव के निर्देश पर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर, श्री संजय ध्रुव तथा नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर, श्री निखिल राखेचा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी के नेतृत्व में 8 सदस्यी थाना सुपेला चौकी स्मृति नगर की संयुक्त टीम का गठन कर पता तलाश में लगाया गया। टीम के द्वारा सिमगा के ग्राम कचलोन में ही कैम्प कर घटना से जुड़े व सी.डी.आर. में मिले तथ्यो के आधार पर सूक्ष्य इन्वेस्टीगेशन हुए मामले से जुड़े 6 संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया सभी संदेही बहुत ज्यादा शातिर व अपराधिक प्रवृत्ति के लोग थे। पूरे क्षेत्र में इनके नाम का खौफ था। बहुत मशक्कत के बाद 6 में से 3 आरोपी टूट गये और नीलेश को भिलाई से अपहरण कर लाकर हत्या कर देना कबूल किया।

आरोपियों ने घटना कबूल तो कर लिया था परन्तु आरोपियों ने जो घटना का स्वरूप पुलिस को बताया वो पुलिस टीम को पच नहीं रही थी और न ही आरोपियों के निशानदेही पर मृतक का शव अथवा हथियार तथा कोई भी साक्ष्य बरामद नहीं हो पा रहे थे। पुलिस टीम के हाथ अब भी पूरी तरह से खाली थे। इसी दौरान पुलिस टीम को मुखबीर से कुछ महत्त्वपूर्ण सूचना मिली जिसके आधार पर आरोपियों से पुनः पूछताछ किये जाने पर आरोपियों ने घटना कबूल किया और बताया कि नीलेश से उक्त सभी आरोपियों का दोस्ती था जो अपने | फरारी के समय भी नीलेश के पास आकर ठहरते थे। टीम में आरोपियों के निशानदेही पर मृतक के शव का धड़ का भाग महासमुंद से करीब 150 कि.मी. दूर नेशनल हाईवे से लगे पहाड़ जंगल से बरामद कर लिया है। अन्य हिस्सो को अलग-अलग जगह नदी में फेंकना बताये है। जिसकी तलाश अब भी जारी है। आरोपीगण द्वारा घटना में प्रयुक्त कुल्हाडी, चाकू व डंडे आदि पुलिस ने बरामद कर लिये है। घटना में प्रयुक्त अर्टिका कार व मृतक की एक्टीवा भी आरोपीगण के कब्जे से बरामद कर लिया गया है। पुलिस टीम ने मामले में अब तक 06 मुख्य आरोपियों को दिनांक 03.11.2022 को किया गया था गिरफ्तार। कुछ संदेही की तलाश अब भी पुलिस कर रही है। जिन्हें जल्द ही पकड़ लिया जायेगा। ज्ञात हो कि उक्त घटना में शामिल आरोपी मोण्टू व वरूण से मृतक नीलेश ने करीब 1,60,000 रूपये भी ले रखे थे साथ ही मोण्टू का एक एक्टीवा भी अपने पास रखा था, जो दे नही रहा था। जब भी ये एक्टीवा लेने जाते थे तो नीलेश पुलिस में रिपोर्ट करने की धमकी देता था। इसी बात से नाराज होकर मोण्टू जो कि एक कुख्यात अपराधी है ने अपने गैंग के वरूण, भोजराम व अन्य के साथ मिलकर किराये की एक अर्टिका कार बुक कर भिलाई आकर मृतक नीलेश को दिनांक 07.10.2022 को अपहरण कर ग्राम कचकोन (सिमगा ) में एक नर्सरी में ले जाकर मारपीट कर हत्या किये हत्या करने के बाद मनीश निवासी कचलोन के घर लाकर मृतक के शव के छोटे-छोटे टुकड़े कर उन्हें अलग-अलग चार बोरों में भर कर अलग-अलग स्थानो पर डिस्पोज कर दिये आरोपीगणों से पूछताछ उपरांत वैधानिक कार्यवाही करते हुए कुख्यात आरोपी जिनके विरूद्ध आस-पास क्षेत्र का कोई भी व्यक्ति कुछ भी बोलने से डरता है। इसने अपने जैसे ही एक अपराधियों की गैंग बना रखी है जो इसके जैसे ही कट्टर अपराधी है। आरोपियों के गैंग के कब्जे से अलग-अलग जगहो से 2 नग नकली पिस्टल, तलवार, चाकू फरसा और कई अलग-अलग तरह के हथियार बरामद किये गये है। जो संभवतः ये लोगो को डराने धमकाने व अपराध करने में उपयोग करते थे आरोपीगण के पूरे गैंग पकड़े जाने से आस-पास के ग्रामवासियों ने खुले शब्दो में भिलाई पुलिस की प्रशंसा की है तथा राहत की सांस ली है।

प्रकरण में गंभीरता को देखते हुए फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने हेतु पुनः श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय दुर्ग, श्री डॉ. अभिषेक पल्लव के निर्देश पर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर, श्री संजय ध्रुव तथा नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर, श्री निखिल राखेचा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी को निर्देशित कर 06 सदस्यों चौकी प्रभारी स्मृति नगर उप निरीक्षक युवराज देशमुख के नेतृत्व में टीम गठित कर फरार आरोपी के पता तलाश हेतु सिमगा रवाना किया गया था। टीम के द्वारा लगातार ऑपरेशन कर फरार आरोपी हरीश उर्फ राजा निषाद को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ किया गया जिन्होने गोल मोल जवाब देकर घटना करने से मुंह मोड रहा था जिसे हिकमतअमली से पूछताछ करने पर घटना को अन्य गिरफ्तार आरोपियों के साथ घटित करना स्वीकार किया

तथा मृतक नीलेश डहरे की हत्या करने में प्रयुक्त लोहे की पाईप एवं मृतक के शव को टुकड़े करने में प्रयुक्त कुल्हाड़ी व घटना के समय पहने हुए कपड़े को अपने घर के पटाव में छिपाकर रखना तथा मृतक नीलेश डहरे के मोबाईल को अपने घर के बाड़ी के बगल के कुए में फेंकना बताया गया जिस पर मृतक के कब्जे से लोहे के पाईप, कुल्हाड़ी पहने हुए कपड़े को आरोपी के घर के पटाव से बरामद कर जब्त किया गया आरोपी द्वारा मृतक के मोबाईल को 35 फीट गहरे कुंआ जिसमें 25 फीट पानी भरा हुआ था पुलिस के पास विकट परिस्थिति निर्मित हो गई थी कि इतने गहरे कुए से मोबाईल को कैसे निकाला जाए पुलिस के द्वारा ग्रामिणों से मदद मांगी गई

जिस पर ग्रामिणों ने सहयोग करने के लिए एकजुट होकर सामने आए और दो इलेक्ट्रीक मोटर पंप लगाकर कुएं के पानी को करीब तीन घंटे तक पंप के माध्यम से बाहर फेंककर खाली किया गया पानी खाली होने पश्चात् एक ग्रामीण को कुए के नीचे उतारा गया जिन्होने मोबाईल को तलाश कर कुए से बाहर निकालने पर मृतक नीलेश डहरे के मोबाईल को आरोपी से पहचान कराकर बरामद किया गया। प्रकरण में अन्य दो आरोपी अभिषेक एक्का एवं अभि उर्फ अभिषेक जंघेल को स्मृति नगर से गिरफ्तार किया गया इन दोनों आरोपी के द्वारा मृतक नीलेश डहरे के शव को टुकड़े को नदी में फेंककर बहाने में मदद किया गया था। प्रकरण में विवेचना जारी है।

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