रूंगटा पब्लिक स्कूल भिलाई में तीन दिवसीय CBSE तीरंदाजी जोनल प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक समापन… 7 राज्यों से 200 से अधिक प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा… सभी श्रेणियों में हुआ कड़ा मुकाबला

रायपुर। रूंगटा पब्लिक स्कूल में आयोजित तीन दिवसीय सीबीएसई तीरंदाजी जोनल प्रतियोगिता का भव्य समापन हुआ। इस प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों के स्कूलों के प्रतिभाशाली तीरंदाजों ने अपने कौशल और धैर्य का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। तीन दिन तक चली इस प्रतियोगिता में कुल 7 राज्यों से आए 50 स्कूलों के 200 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिन्होंने अलग-अलग श्रेणियों में एक-दूसरे को चुनौती दी।

प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग खिलाड़ी( अर्जुन पुरस्कार प्राप्त) राजेन्द्र प्रसाद, सीबीएसई पर्यवेक्षक आशीष चौधरी, नेशनल कोच लेफ्टिनेंट उमेश बघेल के साथ आधिकारिक टीम के सदस्य दुर्गेश प्रताप सिंह, मिस दिव्या टंडन, धर्मेंद्र कुमार मांडवे, धर्मेश गोफाने, एसआरजीआई के अध्यक्ष संजय रुंगटा, एसआरजीआई के निर्देशक जवाहर सूरी सेठी, एसआरजीआई के निर्देशक साकेत रूंगटा, स्कूल के प्रधानाचार्य राजीव कुमार, उपप्रधानाचार्या दीप्ति, क्रीडा शिक्षक तरुण उके और बैजनाथ गुप्ता सम्मिलित थे।

मुख्य अतिथि का स्वागत पुष्प गुच्छ द्वारा किया गया। तत्पश्चात रुंगटा पब्लिक स्कूल के क्रीडा शिक्षक एवं सीबीएसई द्वारा नियुक्त आयोजक सचिव विवियन एमानुएल ने टूर्नामेंट की महत्वपूर्ण विशेषताओं और उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम का एक व्यावहारिक, संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया।

प्रतियोगिता के अंतिम दिन तक सभी श्रेणियों में कड़े मुकाबले देखने को मिले। प्रतियोगिता में पूर्वी क्षेत्र से आए तीरंदाजों ने अपने कौशल का प्रदर्शन किया और दर्शकों को रोमांचित किया।

विद्यालय के प्रधानाचार्य राजीव कुमार द्वारा सभी प्रतिभागियों,कोच तथा उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए अपने संबोधन में कहा कि हमें बेहद खुशी है कि सभी 7 राज्यों से आए खिलाड़ियों ने इस खेल को बेहतरीन ढंग से खेला और जीत हासिल की। उन्होंने सभी खिलाड़ियों के हौसला को बढ़ाते हुए कहा कि खेल में जीत और हार लगी रहती है, हारकर हमें निराश नहीं होना, अपितु नए जोश के साथ फिर खेलने के लिए तैयार होना चाहिए।

प्रतियोगिता में विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत विजेता रहे खिलाड़ियों की सूची इस प्रकार है:
विजेता टीम के रूप में आर्मी पब्लिक स्कूल सोलमारा असम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, बीएमवाई चरोदा ने द्वितीय स्थान तथा तृतीय स्थान पर रायगढ़ की दो टीम जनमित्रम एसपीएस मेमो एसएच रायगढ़ छ.ग और दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल रायगढ़ छ.ग रहे। एसआरजीआई के अध्यक्ष संजय रूंगटा जी ने कहा कि”हमारे लिए यह गर्व का क्षण है कि हमने इस प्रतियोगिता की मेज़बानी की। हमारे छात्रों और आयोजन टीम ने जिस प्रकार इस आयोजन को सफल बनाया है, वह अत्यंत सराहनीय है।”

मुख्य अतिथि राजेन्द्र प्रसाद ने विजेताओं को पुरस्कृत किया और सभी प्रतिभागियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा इस प्रकार की प्रतियोगिताएं न केवल बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं बल्कि उनमें खेल भावना और अनुशासन की भावना भी विकसित करती हैं। खेल के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि खेल एक बहुत ही आसान जरिया है, नौकरी पाने का उन्होंने बताया कि अगर एक अच्छा खिलाड़ी नेशनल या इंटरनेशनल खेल लेता है तो कम उम्र में ही उन्हें अच्छी नौकरी मिल जाती है। जिसका जीवित उदाहरण वे खुद है।

संस्था के निर्देशक जवाहर सूरी सेठी ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि, खेल मनुष्य को मानसिक रूप से मजबूत बनाता है तीरंदाजी आत्मविश्वास को मजबूत करती है और लचीलापन पैदा करती है। उन्होंने उपस्थित अभिभावकों को खेल के महत्व को अपने बच्चों समझने हेतु प्रेरित किया। संस्था के निर्देशक डॉ.साकेत रुंगटा जी ने कहा तीरंदाजी के इस जोनल मुकाबले में विभिन्न स्कूलों के प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया और दर्शकों ने भी इस खेल का भरपूर आनंद लिया। यह प्रतियोगिता तीरंदाजी के खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। जोनल प्रतियोगिता की मेजबानी करने में हमें अत्यंत प्रसन्नता महसूस हुई।

रुंगटा पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य द्वारा उपस्थित मुख्य अतिथि राजेंद्र प्रसाद तथा सीबीएसई द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक आशीष चौधरी जी को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। तत्पश्चात विद्यालय की उप प्रधानाचार्या श्रीमती दीप्ति सिंह द्वारा उपस्थित सभी लोगों को व्यवस्थित तथा रोचक ढंग से इस प्रतियोगिता को पूर्ण करने के लिए धन्यवाद दिया गया।

कार्यक्रम के आगे की कड़ी में प्रथम दिवस फहराए सीबीएसई झंडे को उतारा गया तथा उसे प्रधानाचार्य महोदय के हाथों पर्यवेक्षक आशीष चौधरी को सोंपा गया। राष्ट्रीय गीत गाकर पूर्ण रूप से तीन दिवसीय तीरंदाजी की प्रतियोगिता का सफलता पूर्वक समापन किया