भिलाई में एक-दूसरे को एक्सपोज कर रहे कांग्रेसी: एक ने ब्लैकमेल का आरोप लगाया तो दूसरे ने भेज दिया मानहानि का नोटिस…

भिलाई। कांग्रेसी सत्ता का सुख लेते-लेते आपस में भी लड़ना शुरू कर दिए हैं। भिलाई की राजनीति में इन दिनों ऐसा ही कुछ हो रहा है। शहर के दो कांग्रेसी (एक पहले बर्खास्त हो चुके हैं) आपस में लड़ रहे हैं। ये लड़ाई कोई सड़क पर नहीं, कोर्ट और थाने में जाकर लड़ रहे हैं। हम बात कर रहे हैं होटल कारोबारी सुभाष साव और पूर्व सभापति राजेंद्र सिंह अरोरा व पूर्व डॉ. पार्षद दिवाकर भारती की। सुभाष साव ने आरोप लगाया है कि डॉ. भारती के माध्यम से अरोरा ने उन्हें ब्लैकमेल किया है। सुपेला थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।

आज रविवार को डॉ. भारती समेत कुछ अन्य के बयान दर्ज हुए हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं इस मामले में पूर्व सभापति अरोरा ने भी वरिष्ठ अधिवक्ता राजकुमार तिवारी के माध्यम से कारोबारी सुभाष साव को मानहानि का नोटिस भेज दिया है। जिसमें अरोरा ने लिखा है कि, उनके मान-सम्मान को ठेस पहुंचा।

मीडिया में उनके खिलाफ अनर्गल और बेबुनियाद बातें बताई गई है। जिससे उनकी छवि खराब हुई। फिलहाल ये मामला कोर्ट और थाने में पहुंच गया है। अब देखने वाली बात ये है कि आगे कब तक ये मामला चलता है या फिर कोई पटापेक्ष होता है…। क्योंकि दोनों कांग्रेसी हैं। कांग्रेस के आला नेता इस मामले में कोई दखल देते हैं या फिर ये दोनों आपस में ही लड़ते रहेंगे।

थाने में शिकायत में क्या-कुछ लिखा है…
पूर्व सभापति राजेंद्र अरोरा व पार्षद दिवाकर भारती के खिलाफ सुपेला थाने में शिकायतकर्ता सुभाष साव ने शिकायत पत्र में कहा है कि दोनों पूर्व जनप्रतिनिधियों द्वारा उन्हें धमकी दी जा रही है। उनकी होटल की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। शिकायतकर्ता ने इसकी जांच कर वैधानिक कार्रवाई करने का आग्रह पुलिस प्रशासन से किया है।

शिकायतकर्ता सुभाष साव ने सुपेला थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में कहा है कि दिनांक 26 मार्च को दिवाकर भारती ने उनके मोबाइल पर फोन कर इंडियन काफी हाउस बुलाया। राजेंद्र अरोरा का नाम लेते हुए कहा कि राजेंद्र अरोरा द्वारा आपके होटल अमित इंटरनेशनल, अमित पार्क तथा अमित लॉन के विरुद्ध बिलासपुर हाइकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की तैयारी की जा रही है।

यदि वह इस याचिका से बचना चाहते हैं तो राजेंद्र अरोरा की मांग पूरी कर दें वह मुकदमा नहीं करेंगे। इसके लिए उन्हें बैकुठधाम स्थित दुर्गा मंदिर के श्रद्धापात्र में एक लाख रुपये दान करना होगा। शिकायतकर्ता ने लिखा है कि- श्रद्धापात्र में दबाव बलपूर्वक एक लाख रुपये दान भी कर दिया।

इसके बावजूद दूसरे दिन फिर दिवाकर भारतीय का फोन आया, और पांच लाख रुपये की मांग को गई। सुभाष साव का कहना है कि उनके द्वारा पांच लाख रुपये देने से मना करने पर उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी जा रही है।

वह मुकदमा नहीं करेंगे। वह मुझे मानसिक आर्थिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। वह मुझे अशंका है कि अरोरा, दिवाकर भारती सहयोगी गण मुझे व मेरे परिवार को जान माल से नुकसान पहुंचा सकते हैं।

अरोरा ने कहा- कोर्ट के नोटिस के बाद तिलमिला गया साव
भिलाई टाइम्स से बात करते हुए पूर्व सभापति अरोरा ने कहा कि, माननीय उच्च न्यायालय में मैंने 16 मार्च 2022 को याचिका दायर की गई थी। इस याचिका में 31 मार्च को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सुनवाई करते हुए तीन सप्ताह में जवाब मांगा। नोटिस जारी होने के 7 दिन बाद से साव तिलमिला गया है।

दबाव बनाने के लिए ये हथकंडे अपनाए हैं। सुभाष साव ने बेसमेंट का यूज पार्किंग की जगह व्यावसायिक के लिए किया है। शादी-समारोह के लिए दिया जाता है। इससे शहर की ट्रैफिक जाम हो जाती है। इसीलिए मैंने याचिका दायर की है। सुभाष साव ने मेरे खिलाफ सुपेला थाने में कंप्लेन दर्ज कराई है। मैंने वरिष्ठ अधिवक्ता राजकुमार तिवारीजी के माध्यम से मानहानि का नोटिस भेजा है। जो आरोप साव ने लगाया है वो सारे बेबुनियाद है।