दुर्ग। दुर्ग जिले में बाहरी संदिग्ध व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी है। पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) वेदव्रत सिरमौर और एसडीओपी पाटन हरीश पाटिल के नेतृत्व में जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में संदिग्ध बाहरी व्यक्तियों की पहचान की जा रही है। पुलिस इन व्यक्तियों की गतिविधियों पर नजर रखकर वैधानिक कार्रवाई कर रही है, ताकि अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।

इसी कड़ी में 18 दिसंबर 2024 को दुर्ग जिले के उतई थाना क्षेत्र में संचालित प्लाईवुड फैक्ट्री “मारूति सिजनिंग और केमिकल वूड्स” और पाण्डेय आरा मिल में काम कर रहे मजदूरों की जानकारी प्राप्त हुई। पुलिस ने इन कारखानों का निरीक्षण किया और यहां काम कर रहे प्रवासी मजदूरों से पूछताछ की। आरा मिल में जांच के दौरान यह पाया गया कि असम राज्य के कोकराझार जिले से आए 7 मजदूर बिना पुलिस को सूचित किए और संदिग्ध रूप से यहां रह रहे थे। इन मजदूरों से पूछताछ की गई, लेकिन उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिए। अपराधों को रोकने के उद्देश्य से इन व्यक्तियों के खिलाफ धारा 128 बीएनएसएस के तहत कार्रवाई की गई और उन्हें माननीय एसडीएम न्यायालय दुर्ग के समक्ष प्रस्तुत किया गया।

पकड़े गए संदिग्ध व्यक्तियों के नाम और पते:
- अबुल शेख (70 वर्ष), परताकखटा पार्ट 01, फाकिरग्राम, जिला कोकराझार, असम
- छापियल हक (51 वर्ष), परताकखटा पार्ट 01, डोटोमा, जिला कोकराझार, असम
- हमिदुर रहमान (42 वर्ष), तितलीगुड़ी, जिला कोकराझार, असम
- ईब्राहिम फोकिर (29 वर्ष), हेकाइपारा चंदरापार, जिला कोकराझार, असम
- शाहबुद्दीन शेख (42 वर्ष), दूराहाटी, परताकखटा पार्ट 02, जिला कोकराझार, असम
- लोकमान अली (23 वर्ष), लश्करपार दूराहाटी, परताकखटा पार्ट 02, जिला कोकराझार, असम
- आलम गिर बादशाह (27 वर्ष), मुसलमान पाट 01, गोसाई गांव, जिला कोकराझार, असम
इस अभियान में पुलिस ने अपनी तत्परता और कार्यवाही से संदिग्ध व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखी और उन्हें पकड़ा।
