भिलाई। बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने अपने युवा साथियों के साथ एक बैठक “जुड़िए दिल से” का आयोजन किया, जिसमें कर्मचारियों ने अपनी समस्याएं उठाईं। युवा कर्मियों ने एनजेसीएस (नेशनल ज्वाइंट काउंसिल ऑफ सीनियर) के खिलाफ आवाज उठाई और तत्काल इसे भंग करने की मांग की। उन्होंने कहा कि एनजेसीएस में ऐसे लोग शामिल हैं जो कभी बीएसपी के कर्मचारी नहीं रहे, फिर भी वे हमारे भविष्य का फैसला कैसे कर सकते हैं?

युवाओं ने बताया कि एनजेसीएस ने कर्मचारियों को कुछ नहीं दिया, बल्कि कई मामलों को लटकाए रखा है। जैसे, 13 साल से एचआरए का मुद्दा अभी तक सुलझा नहीं है और वेतन समझौता भी अधूरा है। इसके अलावा, कर्मचारियों को कभी भी अपनी समस्याओं का समाधान नहीं मिला। युवाओं ने यह भी कहा कि एनजेसीएस के नेता अपनी साख बढ़ाने के लिए हड़ताल का सहारा लेते हैं, लेकिन इससे कर्मचारियों को ही नुकसान होता है। हड़ताल में शामिल होने वाले कर्मचारियों को वेतन का नुकसान होता है और प्रमोशन से भी वंचित किया जाता है।

बीएसपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता ने कार्यक्रम के अंत में युवाओं से कहा कि अब उन्हें आगे आकर नेतृत्व करना होगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की बुनियादी जरूरतों पर ध्यान दिया जाए, जैसे कि साफ सुथरे टॉयलेट, बेहतर कैंटीन और तनावमुक्त कार्य वातावरण। युवाओं ने बीएसपी वर्कर्स यूनियन का धन्यवाद किया और उनके समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में कई प्रमुख सदस्य भी मौजूद थे, और कार्यक्रम का संचालन अजय तमुरिया ने किया।
