दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ में लगातार नक्सल विरोधी अभियान चल रहा है। बीते दिनों 17 नक्सलियों को एनकाउंटर में मार गिराया गया था। जिसमें 25 लाख इनामी नक्सली भी मारा गया था। वहीं आज छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा किए गए एक सफल एंटी-नक्सल ऑपरेशन में एक महिला नक्सली रेनुका को ढेर कर दिया गया। दंतेवाड़ा और बीजापुर बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 45 लाख की इनामी महिला नक्सली लीडर रेणुका उर्फ बानू को मार गिराया गया है। ररेनुका दंडकारण्य विशेष जोनल समिति (DKSZC) की सदस्य थी और नक्सलियों की मीडिया टीम की प्रभारी थी। उसकी पहचान वारणगल जिले की निवासी के रूप में हुई है, और उस पर 45 लाख रुपये का इनाम रखा गया था। शव के साथ एक इंसास राइफल, गोला बारूद बरामद किया गया।

ऑपरेशन से लौट रहे जवानों से DIG और SP ने मिलाया हाथ
DIG कमलोचन कश्यप और SP गौरव राय ने ऑपरेशन से लौट रहे जवानों से हाथ मिलाया और उन्हें बधाई दी और उनकी साहसिक कार्रवाई की सराहना की। पुलिस ने बताया कि, दंतेवाड़ा डीआरजी, बस्तर फाईटर्स ने 45 लाख रूपये ईनामी (छ0ग0 शासन द्वारा 25 लाख एवं तेलंगाना शासन द्वारा 20 लाख ईनाम) सेन्ट्रल रीजनल ब्यूरो (सीआरबी) प्रेस टीम इंचार्ज, सम्पादक प्रभात पत्रिका (डीकेएसजेडसीएम) गुम्माडिवेली रेणुका उर्फ भानु उर्फ चैते उर्फ सरस्वती उर्फ दमयन्ती को एनकाउंटर में ढेर किया गया है।

- दंतेवाड़ा तथा बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्र ग्राम नेलगोड़ा, इकेली, बेलनार के मध्य जंगल पहाड़ी में हुई मुठभेड़।
- 1 नग इंसास रायफल सहित विस्फोटक सामग्री, लैपटॉप, नक्सल साहित्य एवं अन्य दैनिक उपयोगी सामान बरामद।
- उक्त पद पर छ0ग0 शासन द्वारा 25 लाख का ईनाम तथा तेलंगाना शासन द्वारा 20 लाख का ईनाम घोषित है।
- बस्तर रेंज में वर्ष 2025 में अब तक विभिन्न मुठभेड़ों के बाद 119 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं।

दंतेवाड़ा DRG, बस्तर फाईटर्स की टीम सर्च ऑपरेशन में निकली थी
पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय द्वारा बताया गया कि दंतेवाड़ा, बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्रांतर्गत थाना गीदम के ग्राम नेलगोड़ा, इकेली, बेलनार के मध्य जंगल पहाड़ी में प्रतिबंधित माओवादी संगठन सीपीआई (एम) के सदस्य, नक्सल कैडरो की उपस्थिति की आसूचना के आधार पर नक्सल विरोधी सर्च अभियान में दिनांक 30.03.2025 को निकली थी दंतेवाड़ा डीआरजी, बस्तर फाईटर्स की टीम।

2 घंटे चली गोली बारी
उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप द्वारा बताया गया कि अभियान के दौरान दिनांक 31.03.2025 के सुबह लगभग 09ः00 बजे ग्राम नेलगोड़ा, इकेली, बेलनार के मध्य जंगल पहाड़ में पुलिस पार्टी और माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई जो लगभग 02 घण्टे तक लगातार चलती रही। फायरिंग बंद होने पर सभी टीमों द्वारा सर्च करने पर 01 महिला माओवादी का शव बरामद हुआ।

बस्तर IG ने रेणुका का हिस्ट्री बताया
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया उक्त घटना में मारी गई महिला नक्सली का विवरण:- गुम्माडिवेली रेणुका उर्फ भानु उर्फ चैते उर्फ सरस्वती उर्फ दमयन्ती, पद:- सेन्ट्रल रीजनल ब्यूरो (सीआरबी) प्रेस टीम इंचार्ज, सम्पादक प्रभात पत्रिका, (डीकेएसजेडसीएम) शिक्षा:- एलएलबी निवासी:- ग्राम कड़वेन्डी, देवरपल्ली, जिला वारंगल, तेलंगाना उक्त महिला माओवादी वर्ष 1996 में नक्सल संगठन में भर्ती होकर आंध्र प्रदेश र्में SZCM कृष्ण अन्ना के साथ काम की। वर्ष 2003 में DVCM के पद पर पदोन्नति किया गया। वर्ष 2006 में दक्षिण बस्तर मे CCM दुला दादा उर्फ आनन्द के साथ काम की। वर्ष 2013 में माड़ क्षेत्र में आकर्र SZCM रमन्ना के साथ काम की। रमन्ना की कोरोना से मृत्यु हो जाने के बाद वर्ष 2020 में DKSZCM बनाकर सेंट्रल रीजनल ब्यूरो (CRB) का प्रेस टीम इंचार्ज बनाया गया। नक्सल संगठन की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी करना और विभिन्न पत्रिका जैसे प्रभात, महिला मार्गम, आवामी जंग, पीपुल्स मार्च, पोडियारो पोल्लो, झंकार, संघर्षरत महिला, पितुरी, मिडंगुर, भूमकाल संदेश का मुद्रण और प्रकाशन का कार्य किया करती थी।

भाई ने तेलंगाना में किया था सुसाइड
भाई SZCM जी वी के प्रसाद उर्फ सुखदेव उर्फ गुड़सा उसेंडी ने वर्ष 2014 में तेलंगाना में सरेंडर किया। वर्ष 2005 में सेन्ट्रल कमेटी मेंबर (CCM) शंकामुरी अप्पाराव उर्फ रवि के साथ शादी हुआ था, जो 2010 के नलमल्ला मुठभेड़ (आंध्र प्रदेश) में मारा गया। बरामद हथियार/सामाग्री:- इंसास राइफल, मैगजीन, गोला बारूद, लैपटॉप, नक्सली साहित्य तथा दैनिक उपयोगी सामग्री।

92 दिनों में कुल 119 हार्डकोर माओवादी मारे गए
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि सरकार के मंशा के अनुसार और जनता की इच्छा के अनुसार पुलिस मुख्यालय के मार्गदर्शन में बस्तर रेंज में तैनात DRG/STF/ Bastar Fighters/ CoBRA/CRPF/BSF/ITBP/CAF एवं अन्य समस्त सुरक्षा बल के सदस्यों द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास हेतु समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है। प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादियों संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई विकल्प नही बचा है। इसलिए माओवादी संगठन से अपील है कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुडे़ अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहे। वर्ष 2025 में बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षा बलों द्वारा प्रभावी रूप से प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध माओवादी विरोधी अभियान संचालित किये जाने के परिणाम स्वरूप विगत 92 दिनों में कुल 119 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किये गये।
