यशवंत साहू@ भिलाई। छत्तीसगढ़ में भाजपा नेतृत्व परिवर्तन करने वाली है…। इस बात की चर्चा बीते 8-9 महीने से हो रही है। नेतृत्व परिवर्तन कैसा, प्रदेश अध्यक्ष बदले जाएंगे या नेता प्रतिपक्ष…? इसका जवाब अब तक किसी को नहीं मिला है। लेकिन जब से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई है। उसके बाद से कयास तेज हो गए हैं। 2023 से पहले प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष को हटाकर पार्टी संदेश देना चाहती है। इस बात की चर्चा जोरों से हो रही है।

- बीते एक-दो दिन में इस आग में घी डालने का काम सोशल मीडिया पर चल रही बातों ने किया है।
- ABP न्यूज के छत्तीसगढ़ हेड और खोजी पत्रकार के रूप में अपनी पहचान बना लेने वाले ज्ञानेंद्र तिवारी ने एक ट्वीट किया है।


- इस ट्वीट से खलबली मच गई है। ये बात अलग है कि इस ट्वीट का जवाब किसी भी दल के नेताओं ने नहीं दी है।
- लेकिन ट्वीट के स्क्रिनशॉर्ट शेयर किए जा रहे हैं।
- भाजपा में अंदरूनी गुटबाजी बहुत है।

- एक-दूसरे को यह स्क्रिनशॉर्ट भेजकर माहौल बना दिया गया है।
- ज्ञानेंद्र तिवारी के अलावा जी न्यूज के कंटेंट राइटर प्रकाश शुक्ला ने भी ट्वीट किया है।
- उन्होंने भी बदलने के संकेत अपने ट्वीट में दिए हैं।


- पहले तो यह जान लीजिए कि आखिर ज्ञानेंद्र तिवारी ने ट्वीट में क्या लिखा है…
- पत्रकार ज्ञानेंद्र तिवारी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि-“छत्तीसगढ़ में अगर बीजेपी ने नारायण चंदेल को अगला प्रदेश अध्यक्ष बनाया , तब क्या नेता प्रतिपक्ष बदला जाएगा ? क्योंकि तब प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष एक ही समाज के हो जाएँगे।
अगर ऐसा हुआ तो क्या ब्रजमोहन अग्रवाल या उनके गुट का कोई नेता प्रतिपक्ष बनेगा”

- प्रकाश शुक्ला ने क्या लिखा है…
“छत्तीसगढ़ में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बदलने की सुगबुगाहट के बीच #जांजगीर_चांपा #विधायक @narayan_chandel का नाम उभर कर आया सामने। राजनैतिक गलियारों में चर्चा यह भी है कि उन्हें नेता प्रतिपक्ष या प्रदेश अध्यक्ष…. में से किसी एक पद की जिम्मेदारी मिल सकती है।”

- इन दोनों ट्वीट के बाद नारायण चंदेल के नाम की चर्चा खूब हो रही है।
- चंदेल के अलावा बस्तर से आने वाले आदिवासी युवा नेता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप का नाम चल रहा है।
- केदार कश्यप को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भाजपा बस्तर की सीटों पर प्रभाव डालना चाहती है।

- अभी बस्तर में एकतरफा कांग्रेस का माहौल है।
- इसलिए बस्तर में सबसे ज्यादा कांग्रेस के विधायक भी हैं।
- भाजपा केदार कश्यप के नाम पर भी दांव खेल सकती है।

- केदार के अलावा बिलासपुर से सांसद और साहू समाज चहेते नेता अरूण साव के नाम की चर्चा कई दिनों से हो रही है।
- ओबीसी वर्ग को साधने के लिए साव पर पार्टी भरोसा जताकर संदेश देना चाहती है।
- अब तीनों में से किसी एक के नाम पर मुहर लग सकती है।
- ऐसी चर्चा राजनीतिक गलियारे में खूब हो रही है।
