रायपुर। छत्तीसगढ़ी भाखा और संस्कृति को संजोने के उद्देश्य से युवाओं की पहल ‘उजियार हमर चिन्हारी के’ का आयोजन 9 नवम्बर शनिवार को टिकरापारा रायपुर स्थित सिध्द हरदेवलाला मंदिर में होगा। उजियार संस्था द्वारा युवा पीढ़ी को छत्तीसगढ़ की संस्कृति से जोड़ने का काम किया जा रहा है। इसके तहत छत्तीसगढ़ की सभी संस्कृति को उजियार के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे। पिछली बार की तरह इस बार भी नए कॉन्सेप्ट के साथ उजियार कार्यक्रम के लिए संस्था के युवा तैयारी में लगे हैं।
तीन चरणों में होगा आयोजन
उजियार के संस्थापक व संयोजक नागेश वर्मा ने बताया, कार्यक्रम में इस बार धान एवं बांस शिल्प कला की कार्यशाला का आयोजन होगा। यह कार्यशाला रामकुमार पटेल(पाटन आर्ट गैलरी) और चन्द्रप्रकाश(धान कलाकार) द्वारा ली जाएगी। दूसरे चरण में ओपन माइक के माध्यम से युवा पीढ़ी को प्रतिभा को निखारने का मौका मिलेगा साथ ही गीत संगीत की प्रस्तुति होगी और तीसरे चरण में सांस्कृतिक संझा में सभी युवा मिलकर सामूहिक लोकनृत्य की प्रस्तुति देंगे। इसमें वे करमा, सुआ, पंथी, राऊत नाचा में थिरकेंगे।

विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियाँ होंगी शामिल
उजियार कार्यक्रम में माई पहुना के रुप में वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ. पी.सी. लाल यादव , छत्तीसगढ़ी फिल्म निर्माता/ निर्देशक मोहित साहू, खास पहुना में कवि एवं गीतकार मीर अली मीर , साहित्यकार सुशील भोले , वरिष्ठ रंगकर्मी राकेश तिवारी ,लोकगायिका कविता वासनिक , फिल्म कलाकार राजु शर्मा,गायक अनुराग शर्मा, डाॅ आकांक्षा साहू और उजियार के मार्गदर्शक अंतरराष्ट्रीय रंगोली कलाकार प्रमोद साहू, पार्षद एवं समाजसेवी चन्द्रपाल धनगर समेत कई अन्य हस्तियाँ शामिल होंगे।