भिलाई नगर। इस्पात नगरी भिलाई निवासी एक युवक की बेंगलुरु के नजदीक चुनची वाटरफॉल में डूबने से मौत हो गई। चार दिन 8-9 फरवरी की मध्य रात्रि युवक घूमने के दौरान वाटरफॉल में गिरकर गायब हो गया था। गोताखोरों ने बुधवार को काफी मशक्कत के बाद उसकी लाश बरामद की। पोस्ट मार्टम के बाद शव को आज संध्या भिलाई लाकर रामनगर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया।

जानकारी के अनुसार दीपक रेड्डी पिता विश्वनाथ रेड्डी ( 27 वर्ष ) इस्पात नगरी के सेक्टर 1 सड़क 3, मकान नंबर 2 ए का रहने वाला है। पिछले दो वर्षों से दीपक बेंगलुरु में आईटी सेक्टर में नौकरी कर रहा था। वह एक बहन व दो भाईयों में सबसे छोटा था। गत 8-9 फरवरी की रात को दीपक चुनची वाटरफॉल घूमने गया था। इसी दौरान फिसलकर वह वाटरफॉल में गिरकर गायब हो गया।
घटना की जानकारी मिलते ही दीपक के भाई मुरली रेड्डी पिता विश्वनाथ रेड्डी परिजन सहित ओमान में रहने वाले चाचा बेंगलुरु पहुंच गए थे। काफी मशक्कत के बाद 12 फरवरी को दीपक का शव गोताखोरों की मदद से बरामद कर लिया गया। वहां पोस्ट मार्टम के बाद शव को सड़क मार्ग से भिलाई लाया गया। लगभग 14 सौ किलोमीटर का सफर 22 घंटे में तय करते हुए दीपक का शव गुरुवार को शाम 4 बजे भिलाई पहुंचा। दीपक मिलनसार व व्यवहारिक था।
उसका शव निवास पहुंचते ही परिजन व रिश्तेदार एवं आस-पास के लोगों में शोक का माहौल था परिजनों का एवं पड़ोसी पड़ोसी लोगों का रो-रो के बुरा हाल हो गया था सेक्टर 1 में माहौल गमगीन हो गया। पारम्परिक विधान करने के बाद उसकी अंतिम यात्रा निकाली गई।
वहीं रामनगर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान दीपक को अंतिम विदाई देने उसके परिवार के लोग, मित्रगण और शहरवासियों की भीड़ बड़ी संख्या में उमड़ पड़ी। दीपक रेड्डी के पिता विश्वनाथ रेड्डी भिलाई इस्पात संयंत्र के एसएमएस 2 में कार्यरत हैं।