रायगढ़। छत्तीसगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने भ्रष्टाचार के मामले में एक बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी की टीम ने गुमाश्ता लाइसेंस के नाम पर 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रायगढ़ के किरोड़ीमल नगर पंचायत के मुख्य नगर पालिका अधिकारी (CMO) रामायण प्रसाद पांडेय को रंगे हाथ पकड़ लिया। जानकारी के अनुसार, पीड़ित वरूण सिंह ने एसीबी, बिलासपुर में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी कंपनी, एम.एस. भवानी ट्रेडर्स के लिए गुमाश्ता लाइसेंस के लिए नगर पंचायत में आवेदन किया था।

इस प्रक्रिया में रामायण प्रसाद पांडेय ने 20,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। हालांकि, वरूण सिंह रिश्वत नहीं देना चाहते थे और आरोपी को रंगे हाथ पकड़वाने का निर्णय लिया। शिकायत के सत्यापन के दौरान आरोपी ने प्रार्थी से 10,000 रुपये ले लिए थे। इसके बाद, 15 अक्टूबर 2024 को ACB ने ट्रेप आयोजित कर आरोपी को शेष 10,000 रुपये लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। रामायण प्रसाद पांडेय के खिलाफ धारा 7 पीसी एक्ट 1988 के तहत कार्रवाई की जा रही है।
राजनीतिक दृष्टिकोण से यह मामला भ्रष्टाचार के खिलाफ छत्तीसगढ़ सरकार की सख्त नीति को दर्शाता है। एसीबी की इस कार्रवाई से आम जनता में विश्वास बढ़ता है कि सरकारी अधिकारियों पर निगरानी रखी जा रही है। इससे यह भी संदेश जाता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है। इस घटना से संबंधित अधिकारी वर्ग में हड़कंप मच गया है, और इससे पहले भी कई भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। इस बार की कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी। यह कार्रवाई उन लोगों के लिए चेतावनी है जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं कि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।