दुर्ग पुलिस की कार्रवाई: सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला फरार डॉक्टर आरोपी गिरफ्तार… मंत्रालय में सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रूपए का लगाया चूना, 4 पहले से जेल में बंद

  • मंत्रालय और अन्य सरकारी विभागों में नौकरी लगाने का झांसा
  • मास्टर माइंड समेत 4 आरोपी पहले ही पकड़ाएं
  • FIR होने के बाद फरार हो गया था पांचवा आरोपी

दुर्ग-भिलाई। दुर्ग पुलिस ने नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले फरार आरोपों को दबोच लिया है। दरहसल इस मामले में पहले 3 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी और वे चारों जेल में बंद है। पांचवें आरोपी को पुलिस ने धमतरी से अरेस्ट कर सलाखों के पीछे डाला है। ये आरोपी ग्रामीण क्षेत्र के भोले-भाले पढ़े लिखे बेरोजगार युवकों को मत्रालय और अन्य सर्कार विभागों में नौकरी दिलाने के नाम से लाखों का चुना लगाते थे। अपराधियों ने अब तक 15-20 लोगों के साथ फ्रॉड किया है। इसमें उन्होंने करीबन 71 लाख रूपए का चूना लगाया है।

मंत्रालय और अन्य सरकारी विभागों में नौकरी लगाने का झांसा
पुलिस के अनुसार, तिवेन्द्र कुमार सिन्हा निवासी धमतरी अर्जुनी ने अपने अन्य पीड़ित साथियों के साथ भिलाई के सुपेला थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि अर्जुन मानिकपुरी निवासी सुपेला ने द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर मंत्रालय एवं अन्य विभागों में नौकरी लगाने के नाम से पैसे लेकर धोखाधड़ी किया है। प्रार्थी के रिपोर्ट पर थाना सुपेला में धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर जांच में लिया गया।

मास्टर माइंड समेत 4 आरोपी पहले ही पकड़ाएं
इस मामले में सुपेला पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए मंत्रालय एवं अन्य विभागो में नौकरी लगाने के नाम से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के आरोपी अर्जुन मानिकपुरी की तलाश में लग गई। इसी दौरान मुखबीर द्वारा सूचना मिला कि आरोपी अर्जुन मानिकपुरी सुपेला आया है। सूचना मिलते ही सुपेला पुलिस तत्काल मौके पर रवाना होकर आरोपी अर्जुन मानिकपुरी को घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपी से पूछताछ करने पर बताया कि प्रार्थी से 7,10,000 रूपये एवं प्रार्थी के अलावा करीबन 15-20 लोगो से अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर करीबन 71 लाख रूपये की ठगी करना स्वीकार किए।

FIR होने के बाद फरार हो गया था पांचवा आरोपी
इसी कड़ी में आरोपी अर्जुन मानिकपुरी के बताए अनुसार दूसरे आरोपी तरूण कश्यप को रायपुर से और तीसरे आरोपी हरि विवेक डहरिया को राजनांदगांव से दिनांक 5 अप्रैल 2024 को पकड़ा गया। चौथे आरोपी किशोर जायसवाल को दिनांक 7 अप्रैल 2024 को गिरफ्तार किया गया है। FIR दर्ज होने की जानकारी मिलते ही आरोपी डाॅ. पंकज बरेठ फरार हो गया था। पुलिस इसकी तलाश में लगी थी। 10 अप्रैल 2024 को पुलिस ने पांचवें आरोपी डाॅ. पंकज बरेठ को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में भेजा दिया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक राजेश मिश्रा, उनि अमित अंदानी, आर. विकास तिवारी, फराज खान का विशेष योगदान रहा।

Exit mobile version