बिरनपुर में मौत को लेकर अफवाह, प्रशासन ने किया स्पष्ट: इधर, सोशल मीडिया में जहर फैलाने भड़काऊ कंटेंट डालने वालों पर होगी कार्रवाई, एडमिन के खिलाफ सीधे FIR

भिलाई। बेमेतरा के बिरनपुर केस को लेकर लगातार सोशल मीडिया में कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं। कुछ लोग मौत के आंकड़ों को लेकर अलग-अलग चीजें बता रहे हैं। इसे लेकर बेमेतरा जिला एवं पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है। प्रशासन ने क्लियर करते हुए कहा है कि, कुछ सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर बीरनपुर ग्राम में 6 लोगों की कथित मृत्यु की अफ़वाह फैलाई जा रही है। वास्तविकता यह है कि आज ग्राम बिरनपुर में 2 व्यक्तियों का शव पुलिस द्वारा बरामद कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। ग्राम में सत्यापन कराये जाने पर ग्राम से किसी व्यक्ति के ला पता होने कि सूचना नहीं है। आम जानता से निवेदन है कि सोशल मीडिया पर चल रही कुछ भ्रामक खबरों पर बिना सत्यापन के विश्वास ना करे और ना ही इसे फ़ॉरवर्ड करे। इस तरह के अफ़वाह फैलानेवाले तत्वों के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही की जाएगी।

रायपुर पुलिस ने जारी किया नंबर, भ्रामक खबरें वायरल करने वालों पर होगी कार्रवाई

समस्त सोशल साईट्स के ग्रुप एडमिन ध्यान रखें कि आपके ग्रुप का कोई भी सदस्य आपके ग्रुप में गलत खबर, विवादति पोस्ट, विवादित बातें, साम्प्रदायिक सौहार्द्र खराब करने, दो पक्षों में विवाद बढ़ाने, दो गुटों में विवाद बढ़ाने या किसी जातियों के मध्य वैमनस्यता फैलाने संबंधी कोई भी मैसेज, पोस्ट चित्रण या विडियों फैलाता अथवा प्रसारित करता है तो, उस व्यक्ति को ग्रुप के सदस्य को ग्रुप एडमिन उक्त बातों को प्रसारित करने के लिये मना करें, न माने तो उस व्यक्ति को तत्काल ग्रुप से हटा दें। साथ ही ऐसे पोष्ट करने वाले व्यक्तियों की जानकारी रायपुर पुलिस के कंट्रोल रूम के व्हाट्सएप नंबर 9479191099 में अनिवार्य रूप से सूचित करें। यदि ग्रुप एडमिन द्वारा उक्त जिम्मेदारी नहीं निभाई जाती है तो ग्रुप एडमिन की भी उस पोस्ट के संबंध में जिम्मेदारी तय की जायेगी उन पर भी विवादित पोस्ट को प्रसारित करने के संबंध में वैधानिक कार्यवाही की जावेगी। इसके अतिरिक्त यदि कोई भी व्यक्ति व्हाट्सएप, ट्वीटर, फेसबुक, इन्स्टाग्राम आदि सोशल मिडिया के माध्यम से भ्रामक व असत्य खबरें पोस्ट / शेयर / फारवर्ड / कमेंट करता है, जिससे लोकशांति पर प्रतिकूल प्रभाव हो तो ऐसे व्यक्ति के विरूद्ध भी भारतीय दण्ड संहिता एवं सूचना प्राद्यौगिकी अधिनियम के अंतर्गत कठोर कार्यवाही की जावेगी। इसिलिये सभी से अपील है कि ऐसे असत्य व भ्रामक खबरों को पोस्ट / शेयर / फारवर्ड / कमेंट करने से बचें।

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