रायपुर। छत्तीसगढ़ में CGPSC भर्ती विवाद थमा ही नहीं था की व्यापम की भर्ती परीक्षा पर सवाल उठ रहे है। पूर्व सीएम रमन सिंह ने एक ट्वीट कर मॉडल आंसर को लेकर सवाल खड़े किये हैं। इसमें डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि सीएम भूपेश बघेल की नीति है कि अब कोई भी प्रश्न पत्र हाथ आ जाए, लेकिन जिन्होंने पैमेंट कर दी है उन्हें मिली उत्तर की श्रृंखला समान ही रहती है, अब इसे षड्यंत्र को घोटाला नहीं तो और क्या माना जाए?
हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री के व्यापम परीक्षा को लेकर उठाये गये सवाल के तुरंत बाद व्यापम ने उस मॉडल आंसर को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया है और इसे तकनीकी खामी बताते हुए मॉडल आंसर को हटा दिया है।
पूर्व सीएम रमन सिंह का ट्वीट–
पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह का कहना है कि व्यापामं की परीक्षा में 4 प्रश्न पत्रों के सेट की व्यवस्था है, हर सेट में अलग श्रृंखला में प्रश्न होते हैं ताकि नकल रोककर पारदर्शिता लाई जा सकें। लेकिन वाह दाऊ भूपेश बघेल की नीति कि अब कोई भी प्रश्न पत्र हाथ आ जाए लेकिन जिन्होंने पैमेंट कर दी है उन्हें मिली उत्तर की श्रृंखला समान ही रहती है, अब इसे षड्यंत्र को घोटाला नहीं तो और क्या माना जाए?
दरअसल छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज विभाग ने कई पदों पर भर्ती निकाली थी। इनमें से सहायक प्रबंधक (उपार्जन) सहायक प्रबंधक (प्रक्रिया), सहायक प्रबंघक (प्रबंधन) और सहायक प्रबंधक (निर्माण ) की परीक्षा हुई थी। 13 जून को परीक्षा ली गयी थी, जिसके बाद नियमानुसार मॉडल आंसर व्यापम ने जारी किया। लेकिन वस्तुनिष्ठ एग्जाम के व्यापम ने जैसे ही मॉडल आंसर जारी किया, हंगामा मच गया। दरअसल मॉडल आंसर में जो आंसर जारी किये गये, वो बिल्कुल ही अजोबी गरीब थे। सभी सेट में ए,ए, बी,बी, सी, सी इस तरह के आंसर जारी किये गये थे।
इधर व्यापम ने मॉडल आंसर को त्रुटिपूर्ण बताते हुए मॉडल आंसर को साइट से हटा दिया है। व्यापम ने कहा है कि सहायक प्रबंधक (प्रक्रिया), सहायक प्रबंघक (प्रबंधन) और सहायक प्रबंधक (निर्माण ) का मॉडल आंसर जारी किया गया था। साफ्टवेयर में गड़बड़ी के कारण त्रुटिपूर्ण मॉडल आंसर जारी कर दिये गये थे। संज्ञान में आने के बाद मॉडल आंसर को हटा दिया गया है। जल्द ही साफ्टवेयर की तकनीकी समस्या को दूर कर दोबारा मॉडल आंसर जारी किये जायेंगे।