भिलाई। भिलाई के गुंडे अमित जोश के एनकाउंटर के बाद भी उसका साथ देने वालों की तलाश में दुर्ग पुलिस लगी हुई है। पुलिस ने अमित जोश को शरण देने और छिपने में मदद करने वाले आरोपी डी. संतोष राव को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ ही पुलिस ने अमित जोश द्वारा घटना में इस्तेमाल की गई एक्टीवा वाहन (CG 07 CD 3622) को भी उसके निशानदेही पर जब्त कर लिया है।

यह मामला 26 जून 2024 का है, जब रमनजीत सिंह नाम के व्यक्ति ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रमनजीत ने बताया कि अमित जोश और उसके साथी डागी, अंकुर शर्मा, और यशवंत नायडू ने मिलकर सेक्टर-10 पुलिया के पास वाद-विवाद के दौरान पिस्टल से गोली चलाकर उसके दोस्त आदित्य सिंह और सुनील यादव को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इस मामले में पहले ही कई आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका था।
मुख्य आरोपी अमित जोश घटना के बाद से पुलिस से बचने के लिए लुकाछिप कर रह रहा था। 8 नवंबर 2024 को पुलिस ने उसका पीछा करते जयंती स्टेडियम के पास उसे देखा। पुलिस द्वारा पीछा करने पर अमित जोश ने अपनी पिस्टल से पुलिस पर गोली चलाई, जिससे पुलिस को आत्मरक्षार्थ जवाबी गोली चलानी पड़ी। इस एनकाउंटर में अमित जोश की गोली लगने से मौत हो गई।
इसके बाद, पुलिस ने अमित जोश को शरण देने और उसकी गिरफ्तारी से बचने में मदद करने वाले डी. संतोष राव को पकड़ने के लिए विशेष टीम बनाई। दुर्ग SP जीतेन्द्र शुक्ला के निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर और नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर सत्य प्रकाश तिवारी के नेतृत्व में की गई इस कार्यवाही में डी. संतोष राव को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई, जिसमें उसने स्वीकार किया कि उसने अमित जोश को छिपने में मदद की थी। इसके बाद पुलिस ने पेण्ड्रा रोड रेलवे स्टेशन से आरोपी की निशानदेही पर एक्टीवा वाहन जब्त किया। अभी आरोपी डी. संतोष राव से पूछताछ जारी है और उसके खिलाफ आगे की कार्यवाही की जा रही है।