भिलाई। शकुंतला विद्यालय के सुसज्जित प्रांगण में 24 अक्टूबर 2024 को वार्षिक उत्सव “उमंग” का आयोजन किया गया | कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने मुख्य अतिथि कुंवर सिंह निषाद (विधायक), गुन्दरदेही एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संजय ओझा (डायरेक्टर) शकुंतला ग्रुप आफ स्कूल्स की उपस्थिति मणि-कंचन सहयोग उनके सानिध्य में पधारे अतिथि व गणमान्य पात्रों ने मां शारदे ‘ज्ञानदीप’ प्रज्जवलित कर ईशवंदन के साथ राष्ट्रगान से मातृभूमि की वंदना कर अतिथि सत्कार की रीति निभाई गई |

सत्र 2023-24 के शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक प्रगति का विवरण देती हुई हेडमिस्ट्रेस सुनीता सक्सेना ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया | सर्वोच्च अंक प्राप्त कक्षा पहली से पांचवी तक के विद्यार्थियों को ₹ 2000/- एवं कक्षा छठवीं से आठवीं को ₹ 3000 रुपए की राशि से सम्मानित किया गया | गैर शैक्षणिक गतिविधियों में विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र एवं शाला सम्मान प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया |
इसी क्रम मई सांस्कृतिक कार्यक्रमों – जिसमें गणेश वंदना के साथ अतिथियों की पुष्पवर्षा से स्वागत, कृष्ण युगल सरकार के रास नृत्य, देशभक्ति में 1906 से 1947 की तिरंगे यात्रा, छत्तीसगढ़ के बारहमासी पर्वो की झांकियां, किड्स डिजनी वर्ल्ड में स्नोव्हाइट व सिमरेला की सौंदर्य कथा, फेलेवर ऑफ नॉर्थ भोजपुरी कॉमेडी ड्रामा, ‘इंडो वेस्टर्न’ डांस में भारतीय और विदेशी परंपरा का संगम, ‘ कव्वाली’, बॉलीवुड धमाका, ‘चांद की डोली’ दर्शको के आकर्षण का केंद्र रही |
अभिनंदन की रीति, आयोजन की भव्यता और छात्रा की मोहक प्रस्तुति को देखकर अतिथि महोदय ने आशीष वचनों से छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा – कि शाला का रोमांचित कर देने वाला यह परिवेश विद्यार्थियों की प्रखर-प्रज्ञा व कलात्मक अभिव्यक्ति और उनकी कुशाग्रता हम सभी को सम्मोहित करती रही | यह परिणाम एक कुशल मुखिया के मार्गदर्शन की उपलब्धि एवं सूत्रधार की चुस्त प्रक्रिया और समयानुकूल समझ आगे बढ़कर विशेष के साथ श्रेष्ठ’ परोसने की प्रतिज्ञा का परिणाम है |
वही ग्रुप ऑफ स्कूल्स के डायरेक्टर संजय ओझा जी अपने उद्बोधन में कहा- समय के साथ आपके नव-निहालों का सर्वांगीण विकास हो सके ऐसा मेरा निरंतर प्रयास रहता है, इनके उज्जवल व सार्थक जीवन को आकार देने हेतु मेरी टीम सतत प्रयत्नशील है, परंतु विद्यार्थी परफेक्ट तभी बनेगा जब विद्यालय शिक्षण के साथ अभिभावक भी अपने दायित्व को सरस अनुशासन में पूर्ण करें | कक्षा का औपचारिक ज्ञान तभी उपयोगी होगा जब आपकी निगरानी में उसकी अवधि सीमा में पुनरावत्ति होगी | चुस्ती और उपस्थिति के साथ छात्रों की रूटीन तैयार करने की साझेदारी में दोनों की पक्ष की बराबर की आवश्यक है।
कार्यक्रम की पूर्णता पर शाला के विद्यार्थियों पलक सिंह एवं पूजिता ने सभी का तहेदिल से आभार प्रदर्शन किया | मनसंचालन की भूमिका शिक्षिका पलक जायसवाल ने पूरी की|
इस अवसर पर विद्यालय के गणमान्य एवं प्राचार्य विपिन कुमार, मैनेजर ममता ओझा (शारदा विद्यालय रिसाली सेक्टर), आरती मेहरा (शकुन्तला विद्यालय क्र.-2), उपप्राचार्या जी. रंजना कुमार, अनिता नायर, सीनियर मिस्ट्रेस बलजीत कौर, प्रबंधक व्ही दुबे, अभय दुबे, प्रभारी राजेश वर्मा, सुभाष पासवान, वनिता ओझा, प्रतीक ओझा और सभी शिक्षक-शिक्षिका उपस्थित थे।