विधानसभा चुनाव 2023: आदर्श आचार संहिता में अब तक 300 करोड़ रुपए से अधिक की जब्ती, राजधानी में सबसे अधिक हुई जब्त, देखिए बाकी जिलों का हाल

डेस्क। राज्य में 9 अक्टूबर को आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू होने के बाद से, राजस्थान में प्रवर्तन एजेंसियों ने 300 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध शराब, नकदी और अन्य सामग्री जब्त करके एक नया रिकॉर्ड बनाया है। यह 2018 के विधानसभा चुनाव में आचार संहिता की अवधि के दौरान की गई जब्ती से 433 प्रतिशत अधिक है, जो 65 दिनों में 70 करोड़ रुपए थी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता के अनुसार, यह जानकारी राज्य की विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी विभिन्न रिपोर्टों से ली गई है।

54.81 करोड़ रुपए की जब्ती के साथ जयपुर राज्य में सबसे आगे है, उसके बाद 17.86 करोड़ रुपए के साथ उदयपुर है। 15.86 करोड़ रुपए की जब्ती के साथ अलवर सूची में तीसरे स्थान पर है, भीलवाड़ा – 14.43 करोड़ रुपए, बांसवाड़ा-14.36 करोड़ रुपए, जोधपुर-13.53 करोड़ रुपए, चित्तौडग़ढ़-11.66 करोड़ रुपए, बाड़मेर-11.44 करोड़ रुपए, और श्रीगंगानगर-9.64 करोड़ रुपए की जब्‍ती हुई।

हनुमानगढ़ 9.44 करोड़ के साथ दसवें स्थान पर है। इनमें से उदयपुर, बूंदी, चित्तौडग़ढ़, जोधपुर, सिरोही, नागौर और जालौर में 24 घंटों में 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम जब्त की गई है। अवैध शराब जब्ती के मामले में अलवर 4.97 करोड़ रुपए के साथ प्रदेश में पहले स्थान पर है। 10.94 करोड़ रुपए की नशीली दवाओं की जब्ती के साथ भीलवाड़ा पहले स्थान पर है।

अवैध नकदी जब्ती के मामले में जयपुर 9.36 करोड़ रुपए के साथ पहले स्थान पर है। बांसवाड़ा जहां 11.65 करोड़ रुपए की सोना-चांदी जैसी कीमती धातुएं जब्त करने में पहले स्थान पर है, वहीं सवाई माधोपुर 27.54 लाख रुपए की मुफ्त वस्तुएं जब्त करने में सबसे आगे है। गुप्ता ने कहा कि प्रदेश भर में विभागों द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है और किसी भी संदिग्ध मामले पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

कंटेंट सोर्स -आईएएनएस

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