रायपुर. राजधानी के पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध महामाया मंदिर में चोरी की एक बड़ी वारदात पुजारी की सतर्कता से टल गई। यह घटना 28 मई की बताई जा रही है, जब एक युवक ने मंदिर परिसर में चोरी करने का प्रयास किया। पुजारी की सूझबूझ और तत्परता के चलते न केवल चोरी को रोका गया, बल्कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की दिशा में भी पुलिस को अहम सुराग मिले।
पुरानी बस्ती थाना प्रभारी योगेश कश्यप ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मंदिर में जिस युवक ने चोरी की नीयत से प्रवेश किया था, वह एक कथित ‘बंगाली पठान’ है। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने मंदिर परिसर में घुसकर वहां रखी दान पेटी और अन्य धार्मिक सामान पर नजर गड़ाई थी। हालांकि मंदिर के पुजारी ने उसकी संदिग्ध गतिविधियों को समय रहते पहचान लिया और शोर मचा दिया, जिससे वह मौके से भागने पर मजबूर हो गया।

युवक की भागने के दौरान उसकी चप्पल मंदिर परिसर में ही छूट गई, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। यही चप्पल इस मामले में महत्वपूर्ण सुराग बनकर उभरी है। पुलिस फिलहाल इसी आधार पर आरोपी की पहचान करने की कोशिश कर रही है।
थाना प्रभारी कश्यप ने बताया कि मामले की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम तत्काल मंदिर पहुंची और घटनास्थल की जांच की गई। वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है, जिससे आरोपी की पहचान सुनिश्चित की जा सके। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी आसपास के इलाके में पहले भी देखा गया है।
स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने मंदिर में इस तरह की घटना पर चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि धार्मिक स्थलों पर इस प्रकार की वारदातें बेहद निंदनीय हैं और इससे आस्था को ठेस पहुंचती है। इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुजारी ने बताया कि वह रोज की तरह मंदिर की साफ-सफाई और पूजा की तैयारी कर रहे थे, तभी उन्होंने देखा कि एक अजनबी युवक मंदिर के भीतर चुपचाप घूम रहा है और बार-बार दानपेटी की ओर देख रहा है। पुजारी को शक हुआ और उन्होंने युवक से सवाल-जवाब करना शुरू किया। खुद को पकड़ा जाता देख युवक वहां से भाग निकला।
पुरानी बस्ती थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आसपास के इलाकों में भी अलर्ट जारी कर दिया है और मुखबिरों को सक्रिय किया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी जल्द ही पकड़ में आ जाएगा। साथ ही मंदिर प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने और सीसीटीवी कैमरों की नियमित निगरानी करने की सलाह दी गई है।
इस पूरी घटना में पुजारी की तत्परता और साहस की सर्वत्र सराहना की जा रही है, जिन्होंने अपनी सूझबूझ से एक बड़ी चोरी को टाल दिया और मंदिर की संपत्ति की रक्षा की। स्थानीय प्रशासन ने भी पुजारी की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया है और मंदिरों की सुरक्षा को लेकर आने वाले समय में विशेष योजना पर काम करने का संकेत दिया है।