डेस्क। छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलवाद लगातार समिटता जा रहा है, नक्सलवाद खात्मे की दिशा में एक और जिला अब तेजी से आगे बढ़ रहा है, क्योंकि बस्तर जिले को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने LWE की सूची हटा कर लेगसी जिले की सूची में डाल दिया है। इस बात की पुष्टि बस्तर कलेक्टर हरीश एस ने की है, जो नक्सलवाद के खात्में की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। कलेक्टर का कहना है कि बस्तर जिले को एलडब्ल्यूई जिलों की सूची हटा दिया गया है और 2025 में एलडब्ल्यूई के तहत मिलने वाला ग्रांट भी अब बंद कर दिया गया है। बस्तर जिले को अब एलडब्ल्यूई से निकलकर लेगसी डिस्ट्रिक्ट की लिस्ट में डाला गया है, जो एक अच्छी पहल मानी जा रही है।

जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस बड़ा प्रदर्शन करने जा रही है। इस पर सीएम साय ने कहा कि, जाति जनगणना बिल्कुल होगा पीएम मोदी जो बोल दिए मतलब बोल दिए। भारतीय जनता पार्टी की करनी और कथनी में अंतर नहीं होता है। कांग्रेस शुरू से बात कर रही हैं लेकिन साहस नहीं दिखा पाई. प्रधानमंत्री मोदी ने साहस दिखाया है।
केंद्र ने बस्तर जिले को माओवाद सूची से बाहर कर दिया है। इस पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि, राज्य में नक्सल उन्मूलन की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। बस्तर जिला नक्सल मुक्त हो गया है, यह बड़ी बात है। मार्च 2026 तक पूरा बस्तर संभाग और देश नक्सल मुक्त होगा। पूरा बस्तर खुशहाली और तरक्की की ओर बढ़ रहा है। वहीं युक्तियुक्तकरण के विरोध पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि, राज्य में हमारी शिक्षा का स्तर ऊंचा हो, शिक्षा की गुणवत्ता बढ़े। इसलिए सरकारी ने यह कदम उठाया है। सभी को इसमें सहयोग करना चाहिए।
बस्तर जिला के नक्सल मुक्त होने पर मंत्री राम विचार नेताम ने कहा कि, देश के पीएम और केंद्रीय गृह मंत्री की सोच और परिकल्पना रही। हमारी सरकार और जवानों ने निर्णायक लड़ाई लड़ी। मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे की परिकल्पना रही। आगे बढ़ते हुए बस्तर नक्सल क्षेत्र को नक्सली मुक्त कर दिया गया है। कहीं कुछ बचे होंगे तो अगले मार्च तक पूरी तरीके से सफाया हो जाएगा। नक्सली मुक्त प्रदेश होने के बाद छत्तीसगढ़ देश में जाना जाएगा।