भिलाई। भिलाई भट्टी पुलिस और सीआईएसएफ की संयुक्त कार्रवाई में भिलाई इस्पात संयंत्र से चोरी के प्रयास में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने कूट रचित गेट पास के माध्यम से संयंत्र में प्रवेश किया था और वहां से लोहा चोरी करने की योजना बनाई थी। आरोपी को पकड़कर उसके पास से 29 नग लोहा हैमर के टुकड़े, एक फर्जी गेट पास और घटना में प्रयुक्त वाहन को जब्त किया गया है। आरोपी आकाश कुहीकर (31 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 20 मार्च 2025 की सुबह करीब 7:00 बजे, सीआईएसएफ ने बोरिया आउट गेट से एक हुंडई कार (क्रमांक CG 07 M 4863) को रोककर उसकी गहन जांच की। जांच के दौरान, कार की पिछली सीट के नीचे एक गुप्त कैविटी में स्क्रैप लोहा (हैमर) छुपा हुआ पाया गया। जब कार चालक से पूछताछ की गई, तो उसने अपना नाम आकाश कुहीकर (31 वर्ष), निवासी अर्जुन नगर, भिलाई बताया।
सीआईएसएफ और पुलिस ने बीएसपी का गेट पास चेक किया, तो पाया कि गेट पास पर आरोपी का फोटो था, लेकिन गेट पास का नाम अन्य व्यक्ति का था। इस पर यह पता चला कि आरोपी ने फर्जी गेट पास तैयार कर संयंत्र में प्रवेश किया था। आरोपी ने अपने साथी नंदू वर्मा के साथ मिलकर यह योजना बनाई थी। आरोपी आकाश ने 29 नग लोहा हैमर टुकड़े (530 किलोग्राम वजन) को चोरी की नीयत से कार में छुपा लिया था और संयंत्र से बाहर ले जाने की कोशिश कर रहा था।
आरोपी के कब्जे से 29 नग लोहा हैमर (कीमत ₹15,900) और घटना में प्रयुक्त वाहन हुंडई कार, साथ ही कूटरचित बीएसपी गेट पास जब्त किया गया। आरोपी के खिलाफ थाना भिलाई भट्टी में अपराध क्रमांक 32/2025 के तहत धारा 303(2), 319(2), 336(2), 336(3), 340(2) BNS और 25,26 सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
इस कार्यवाही में थाना भिलाई भट्टी पुलिस और सीआईएसएफ यूनिट बीएसपी भिलाई के अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विशेष रूप से निरीक्षक राजेश साहू, सउनि भारत चौधरी, प्रधान आरक्षक पुरषोत्तम साहू, गुरजीत सिंह, और आरक्षक अखिलेश मिश्रा एवं अमित सिंह की उल्लेखनीय भूमिका रही। इस कार्यवाही को श्री जितेन्द्र शुक्ला (पुलिस अधीक्षक, दुर्ग), सुखनंदन राठौर (अति. पुलिस अधीक्षक, भिलाई शहर) और सत्य प्रकाश तिवारी (नगर पुलिस अधीक्षक, भिलाई) के मार्गदर्शन में किया गया था, जिन्होंने संपत्ति संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने और चोरी की घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।