– 11 वर्षीय राहुल के रेस्क्यू में लगा 500 से अधिक अधिकारियों का अमला
– 5 आईएएस, 2 आईपीएस समेत पुलिस, सेना और अनेक विभागों के अधिकारी मौके पर मौजूद
– रेस्क्यू ऑपरेशन में अत्याधुनिक मशीनों और वाहनों का इस्तेमाल
– मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिला कलेक्टर को दिए आवश्यक निर्देश
– मुख्यमंत्री ने राहुल के परिजनों से भी बात, यथासंभव प्रयास करने के लिए किया आश्वस्त
जांजगीर-चांपा। ग्राम पिहरीद मालखरौदा में राहुल साहू को बचाने के लिए पूरा सिस्टम तैनात है। लगातार ऑपरेशन चल रहा है। एनडीआरएफ की टीम नीचे गढ्ढे में उतर कर सुरंग बनाने की तैयारी कर रही है। बच्चे पर कैमरे से नज़र रखी जा रही है। ड्रिल से अभी भी रास्ता तैयार किया जा रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर जारी है।
रेस्क्यू टीम पूरी रात काम पर लगी रही। बोरवेल तक सुरंग बनाने पोकलेन और ड्रिलिंग मशीन से रैम्प तैयार किया जा रहा है। बताते हैं कि, राहुल ने रात 3 बजे फ्रूटी, केला और ओआरएस का घोल लिया है। अभी जूस ले रहा है। गुजरात से रोबोटिक्स की टीम पहुंचने वाली है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रात भर राहुल की रेस्क्यू की जानकारी लेते रहे हैं।
आज सुबह की नयी किरण; लगातार जारी है #Rahulsahu के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन…आज सुबह कैमरे में फ्रुटी पीते हुए नजर आ रहा है #Rahul.रातभर सुरंग बनाने का काम जारी है, सीएम @bhupeshbaghel लगातार नजरें जमाकर अपडेट ले रहे हैं। उम्मीद है जल्द ही रेस्क्यू हो जाए। @ChhattisgarhCMO @ipskabra pic.twitter.com/urKEw7eATy
— Yashwant Sahu 🗨(Bhilai Times) (@yashwantbhilai) June 12, 2022
गौरतलब है कि बीते 10 जून को खेलते वक्त 11 वर्षीय राहुल घर के पास ही खुदे बोरवेल के गड्ढे में जा गिरा। इसकी जानकारी परिजनों को लगभग तीन घंटे बाद मिली, फिर प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर जितेन्द्र शुक्ला, पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल पूरे दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए।
बताया जा रहा है 80 फीट गहराई वाले बोरवेल में राहुल 60 फीट पर फंसा हुआ है। जिला प्रशासन ने बचाव कार्य के लिए त्वरित कार्यवाही शुरू कर दी। वहीं मासूम राहुल के रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ व एनडीआरएफ के साथ अब सेना की भी मदद ली जा रही है।
मासूम राहुल की सुरक्षित बाहर निकालने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिला कलेक्टर को आवश्यक निर्देश दिए हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने राहुल के परिजनों से भी बात कर उन्हें शासन-प्रशासन की ओर से यथासंभव प्रयास करने आश्वस्त किया है।
बचाव दल में ये हैं मौजूद :
राहुल साहू के रेस्क्यू के लिए घटनास्थल पर 4 आईएएस, 2 आईपीएस, 5 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 4 एसडीओपी, 5 तहसीलदार, 8 टीआई व 120 पुलिसकर्मियों के साथ ईई (पीडब्ल्यूडी), ईई (पीएचई), सीएमएचओ, 1 सहायक खनिज अधिकारी, एनडीआरएफ के 32 अधिकारी-कर्मचारी, एसडीआरएफ से 15 अधिकारी-कर्मचारी, होमगार्ड्स मौके पर मौजूद हैं। वहीं भारतीय सेना से मेजर गौतम सूरी के साथ 4 सदस्यीय टीम भी घटनास्थल पर पहुंचकर आवश्यक कार्यवाही कर रही है।
स्टोन ब्रेकर, पोकलेन समेत बड़ी मशीनरी लगी :
11 वर्षीय राहुल साहू को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए बोरवेल के पास ही सुरंग खोदी जा रही है। इसके लिए 1 स्टोन ब्रेकर, 3 पोकलेन, 3 जेसीबी, 3 हाइवा, 10 ट्रैक्टर, 3 वाटर टैंकर, 2 डीजल टैंकर, 1 हाइड्रा, 1 फायर ब्रिगेड, 1 ट्रांसपोर्टिंग ट्रेलर, 3 पिकअप, 1 होरिजेंटल ट्रंक मेकर और 2 जनरेटर का इस्तेमाल किया जा रहा है। 2 एम्बुलेंस वाहन भी मौके पर हैं।