अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी: एक साल से चल रहा था अवैध संबंध… बार-बार मिलने बुलाता था प्रेमी तो मितानिन हो गई थी परेशान… तंग आकर नंदोई के साथ मिलकर प्रेमी की हत्या की

बलौदा। किराना समान लेने निकले बीई पास युवक की हत्या गुत्थी डेढ़ माह से अधिक समय बाद पुलिस ने सुलझाते हुए इस मामले में एक मितानिन व उसकी ननद के पति को गिरफ्तार किया है।

जानकारी के मुताबिक बलौदा थाना क्षेत्र के ग्राम भिलाई निवासी राजेश देवांगन (26) पिता भीम देवांगन 15 फरवरी की दोपहर किराना सामान लेने अपनी बाइक क्रमांक सीजी 11 एएफ 2082 से बलौदा जाने के लिए निकला। शाम 4 बजे तक वह घर नहीं लौटा तो घर वालों ने उसके मोबाइल से संपर्क किया। मगर उसका मोबाइल बंद था। इसके बाद स्वजन ने आसपास के लोगों से पूछताछ की। मगर राजेश की जानकारी नहीं मिली। देर रात तक उसकी खोजबीन की गईतो पगडंडी में उसकी बाइक हैंडल लाक की स्थिति में खड़ी मिली, लेकिन राजेश का पता नहीं चला।

दूसरे दिन उसका शव पगडंडी वाले रास्ते से तीन खेत बाद पैरा से ढका हुआ मिला। पुलिस ने अज्ञात आरोपित के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज किया और डाग स्क्वायड की भी मदद ली। मगर डेढ़ माह बाद भी हत्या का सुराग नहीं मिल सका। सायबर सेल की भी मदद विवेचना में ली गई। जांच के दौरान यह पता चला कि गांव की मितानिन रेशमा खुंटे (27) पति भूपेंद्र खुंटे का राजेश देवांगन से पिछले एक साल से नाजायज संबंध था। चूंकि राजेश की मां भी मितानिन थी इसलिए उसके घर हमेशा आना जाना होता था। इसलिए गांव के लोग भी उस पर शक नहीं करते थे।

पुलिस ने रेशमा खुंटे से पूछताछ की तो उसने पहले तो ना नुकूर किया। मगर बाद में उसने बताया कि राजेश देवांगन से उसके संबंध थे और वह उसे मिलने के लिए बार-बार बुलाता था। उसके द्वारा मना करने पर उसके घर वालों को बताने की धमकी देता था। इसलिए वह राजेश से छुटकारा पाना चाहती थी।

ऐसे में उसने अपने नंदोई ग्राम कोरबी धतुरा थाना कुसमुंदा जिला कोरबा निवासी रथराम कुर्रे(40) पिता बिसाहू राम कुर्रे से मिलकर राजेश देवांगन की हत्या की साजिश रची और तय योजना के मुताबिक 15 फरवरी की शाम रेशमा ने राजेश को मिलने के लिए पगडंडी रास्ते में बुलाया। यहां पहले से मौजूद रथराम ने टांगी मारकर राजेश की हत्या कर दी और रेशमा के साथ मिलकर शव को पैरा से ढक दिया और टांगी कोपास की डबरी में फेंक दिया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को भादवि की धारा 302, 201 केतहत गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश किया।

यहां से दोनों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी वीके पांडेय, एएसआईअरुण सिंह, युगल शर्मा, प्रमोद महार, प्रधान आरक्षक राजमणी द्विवेदी, गौरीशंकर कौशिक, जिवंती कुजूर, राज कुमारी मार्के, आरक्षक विरेन्द्र कुमार टंडन, सरीफुददीन, शंकर राजपूत संतोष रात्रे,शहबाज खान, अमन सिंह राजपूत, श्याम राठौर, जितेन्द्र कुर्रे, लखेश विश्वकर्मा, युवराज सिंह, विवेक ठाकुर, शिव कुमार सौमिल, हेमन्त साहू, करुणा एवं सायबर सेल टीम जांजगीर सनत मात्रे, चिरंजीव कमलेश, विवेक सिंह का योगदान रहा।


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