दुर्ग में ब्लाइंड मर्डर का खुलासा: पहले 3 आरोपियों ने हलवाई ठेकेदार को उतारा मौत के घाट… फिर खुद आरोपी पहुंचा थाने, बोला- “शौचालय में एक आदमी मरा पड़ा हुआ है…” जानिए कैसे हुआ मामले का खुलासा…? पढ़िए ये क्राइम स्टोरी

दुर्ग। दुर्ग में हलवाई ठेकेदार की अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस से सुलझा लिया है। पैसों के लेनदेन की बात को लेकर आरोपियों ने युवक को मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दुर्ग पुलिस ने इस मामले का खुलसा करते हुए बताया कि, आरोपियों द्वारा शराब पिलाकर अपने दोस्त को शराब के नशे में मौत के घाट उतारा गया। मोहन नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। पुलिस ने यह भी बताया कि, आरोपीयो सबूत छुपाने के उद्देश्य से गैंदी डबरी मैदान से मृतक का शव उठाकर शुलभ शौचालय में रख दिया गया था।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, राधेश्याम यादव उर्फ बुद्ध उम्र 25 साल ने 22 अप्रैल को मोहन नगर थाना में आकर जुबानी रिपोर्ट दर्ज कराया की गैंदी डबरी मोहन नगर शौचालय में एक व्यक्ति मृत अवस्था में पढ़ा हुआ है। इस सूचना पर थाना मोहन नगर में धारा 174 जा.फौ. कायम कर जांच पंचनामा पश्चात मृतक का पोस्ट मोर्टेम कराया गया। पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर ने ये मामला होमोसाइडल का होना बताया। पीएम रिपोर्ट प्राप्त कर अवलोकन पर मृतक शेखर यादव उर्फ बंटी उम्र 41 साल निवासी तितुरडीह का अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या करना पाये जाने से थाना मोहन नगर में 26 अप्रैल शुक्रवार को इस मामले में धारा 302 भादवि जोड़ कर मामले की जांच शुरू की गई।

पुलिस को जांच के दौरान आरोपी राधेश्याम यादव उर्फ बुद्ध उम्र 25 साल, प्रकाश यादव उर्फ पप्पू उम्र 20 साल और महावीर यादव उर्फ बातू उम्र 21 साल से पुछताछ करने पर हलवाई ठेकेदार शेखर यादव उर्फ बंटी द्वारा काम का पूरा पैसा नहीं देने की बात को लेकर आरोपीगणों द्वारा एक होकर शेखर यादव उर्फ बंटी को शराब पिलाकर लात, घुसा, बांस के डंडे और अन्य हथियार से मारा गया। जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या को छुपाने के उद्देश्य से मृतक के शव को घटना स्थल गैंदी डबरी से उठाकर शुलभ शौचालय के अंदर रख दिया गया। जिसके बाद आरोपी राधेश्याम यादव उर्फ बुद्ध स्वयं मोहन नगर दुर्ग पहुंचकर झूठा रिपोर्ट दर्ज कराया। आरोपियों के खिलाफ धारा 201, 120 (बी) भादवि जोड़ा गया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा है।

इस पूरे कार्रवाई में दुर्ग CSP चिराग जैन (IPS) के नेतृत्व में थाना प्रभारी मोहन नगर, आकांक्षा पाण्डेय (ट्रेनी DSP), प्रधान आरक्षक संतोष शर्मा, आरक्षक ओमप्रकाश देशमुख, आरक्षक वेदराम बंधे, आरक्षक मुरली वर्मा, आरक्षक विश्वजित टंडन, आरक्षक शकील खान, आरक्षक तारकेश्वर साहू और आरक्षक सचिन सिंह का विशेष योगदान रहा।

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