भीषण गर्मी में दो टाइम पानी की मांग लेकर सांसद के पास पहुंचे BSP कर्मी और टाउनशिप रहवासी… डायरेक्टर इंचार्ज और सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारियों से विजय बघेल ने की चर्चा, कल से दो टाइम…

भिलाई। सांसद विजय बघेल से चुनाव प्रचार के दौरान बीएसपी कर्मचारी और भिलाई टाउनशिप के रहवासियों ने आज उनसे मुलाकात कर भीषण गर्मी में एक टाइम पानी दिए जाने की शिकायत किया। आधे घंटे पानी की आपूर्ति बी एस पी प्रबंधन नगर सेवा विभाग के पी एच ई के द्वारा किया जाता है। जिस कारण से इस भीषण गर्मी में रोज रोज पानी की कमी से रहवासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। रहवासियों ने कहा कि, “चार घंटे में ही कूलर का पानी सूख जाता है फिर उसे दोबारा भरने के लिए पानी नहीं होता है, होगा भी कैसे जितनी पानी की आपूर्ति की जाती है उसमे केवल एक ही बार कूलर में भरने लायक पानी मिल पाता है, कहीं कहीं तो यह भी संभव नहीं है क्योंकि पानी का प्रेशर ही कम रहता हैम, ऐसे में पसीना पोछने के अलावा कोई भी रास्ता नहीं बचता है बार-बार प्रबंधन से दो वक्त पानी की आपूर्ति की मांग की जाती है पर हर बार प्रबंधन अनसुना कर जाता है ऐसा नहीं है कि बी.एस.पी के जलाशय में पानी की कोई कमी है बावजूद इसके दो वक्त पानी की आपूर्ति नहीं करना समझ से परे है।” सभी ने एक स्वर से सांसद विजय बघेल जी से प्रबंधन से बात कर दो वक्त पानी की आपूर्ति बहाल करने की मांग की है।

इस मांग पर तत्काल कार्रवाई करते हुए सांसद विजय बघेल ने भिलाई इस्पात संयंत्र के डायरेक्टर इंचार्ज और सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारियों से चर्चा किया अधिकारी वर्ग ने चर्चा के उपरांत सांसद विजय बघेल को आश्वस्त किया कि भिलाई टाउनशिप में भी दो टाइम पानी प्रदान किया जाएगा। जिससे इस भीषण गर्मी में रहवासियों को पानी की समस्या से निजात मिल सकेगा। इस पर सांसद ने भिलाई में जनरल शिप्ट में ज्यादा कर्मचारी कार्यरत है ऐसे में पानी की आपूर्ति का समय 7 बजे किए जाने की मांग की जिसे मानते हुए समय 7:00 बजे किए जाने का भरोसा दिया गया है। जनरल शिफ्ट के कर्मचारियों को असुविधा न हो और वह इसका लाभ ले सके।

संसद के इस प्रयास पर बीएसपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता एवं यूनियन के पदाधिकारी ने सांसद विजय बघेल को साधुवाद दिया और उन्हें कर्मचारी हितेषी घोषित करते हुए कहा कि सांसद ने हमेशा ही कर्मचारियों के भावनाओं का आदर किया है और उनके किसी भी दुख तकलीफ में सबसे पहले आकर खड़े हुए हैं।

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