इंदौर। इंदौर के खजराना थाना इलाके में एक दिन पहले सड़क किनारे अज्ञात शव के आधे धड़ के मिलने से सनसनी फैल गई थी. अब पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है. पुलिस ने हत्या में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वही अन्य की तलाश की जा रही है. आरोपी नूर मोहम्मद ने किन्नर मोहसिन उर्फ़ ज़ोया की हत्या की थी. फिर उसने शव को मटन काटने वाले चाकू से दो धड़ में अलग कर दिया था. बोरे में शव का निचला हिस्सा भरकर स्कूटर से सड़क किनारे फेंक दिया. पुलिस ने आसपास इलाके में टॉवर लोकेशन और सीसीटीवी के आधार पर आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.
आरोपी नूर मोहम्मद का कुछ समय पहले मृतक से सम्पर्क हुआ था. दोनों की मुलाकात एक ऑनलाइन एप के जरिए हुई थी. मृतक मोहसिन उर्फ़ ज़ोया ने अपने आपको सोशल मीडिया पर लड़की बताकर आरोपी से दोस्ती की थी. कुछ दिनों तक दोनों के बीच दोस्ती रही. इसके बाद दोनों रिलेशनशिप बनाने को राजी हो गए.
ऑनलाइन भेजे थे पैसे
मृतक ने नूर मोहम्मद से 2 हजार रुपये के मांग भी की थी. आरोपी ज़ोया के हुस्न के जाल में फंस गया था, इसलिए वह संबंध बनाने के बदले 2 हजार रुपये देने के लिए तैयार भी हो गया था. दोनों के बीच मीटिंग होने से पहले नूर ने ज़ोया को एडवांस 500 रुपये भी ऑनलाइन भेज दिए थे. जोया जब नूर के घर अशर्फी कॉलोनी पहुंची तो उसने बाकी की रकम भी पहले ले ली, लेकिन जब धीरे धीरे उसके हुस्न का जाल फीका पड़ गया, तब अचानक घबराकर नूर मोहम्मद ने रिलेशन बनाने से इनकार कर दिया, लेकिन ज़ोया संबंध बनाने के लिए लगातार दबाब बनाने लगी. इसी दौरान दोनों के बीच विवाद हो गया और नूर मोहम्मद ने ज़ोया का गला दबा दिया. उसकी मौके पर ही मौत हो गई. इसके बाद उसके घर पर ही रखे मीट काटने वाले चाकू से उसके शरीर को दो भागों में काट दिया. एक हिस्सा सूनसान इलाके में फेंक दिया, तो वहीं दूसरा हिस्सा घर के अंदर की पेटी में ही छुपा दिया. नूर मोहम्मद शादीशुदा था. उसकी पत्नी गर्भवती थी, इसलिए वह कुछ समय पहले मायके चली गई थी.
निगमकर्मी को मिला था शव
इंदौर के खजराना थाना इलाके में स्थित स्टार चौराहे में उस वक़्त सनसनी फ़ैल गई थी, जब वहां एक निगमकर्मी ने कटा हुआ शव देखा था. पुलिस के लिए शव की पहचान करना कठिन बना हुआ था. इसी दौरान एक परिवार ने मौके पर पहुंच कर दावा किया कि यह शव उनके ही परिवार के एक सदस्य का है. उसका नाम मोहसिन उर्फ़ ज़ोया है. मोहसिन के रहस्य्मय ढंग से गायब होने की जानकारी भी पुलिस को दी गई थी. पुलिस ने फरियाद पर गुमशुदगी भी दर्ज की थी, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा था.
परिजनों ने शव देखकर दावा किया था कि यह शव मोहसिन का ही है, जो दो दिन पहले गायब हुआ था, हालांकि शुरुआती पूछताछ में पुलिस ने आसानी से भरोसा नहीं किया कि यह वही शव है, लेकिन परिजनों ने एक फोटो प्रस्तुत की जिसमे मोहसिन ने वह चुनरी डाली हुई थी, जिससे शव के पैर बंधे हुए थे. पुलिस ने इसके बाद अपनी जांंच आगे बढ़ाई. आसपास इलाके में लगे सीसीटीवी खंगाले तो एक युवक स्कूटर पर बोरा रहकर निकलते नजर आया और कुछ देर बाद वह वापस वहा से गुजरा, लेकिन इस वक़्त उसके स्कूटर पर बोरा नहीं था. इसके बाद पुलिस को आशंका हुई और संदेही मानते हुए नूर मोहम्मद को उसके भाई के घर से हिरासत में ले लिया. गिरफ्त में आए आरोपी नूर मोहम्मद ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.