भिलाई। भिलाई निगम के जोन-5 ऑफिस में अस्सिटेंट इंजीनियर के साथ बदसलूकी का मामल गरमा गया है। बुधवार को निगम भिलाई के प्रभारी सहायक अभियंता के साथ जोन पाँच कार्यालय में हुए दुर्व्यवहार तथा गाली गलौज के दोषी युवकों को गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्वायत्तशासी कर्मचारी महासंघ द्वारा भिलाई निगम गेट के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के बाद दोषियों की गिरफ्तारी के साथ दोपहर 2 बजे धरना को समाप्त कर निगम के अधिकारी कर्मचारी अपने काम पर लौट गये। नगर निगम मुख्यालय सुपेला के सामने प्रातः 10:00 बजे भारत माता के पहले चित्र पर माल्यार्पण कर एक दिवसीय धरना का शुरूआत किया गया धरने को जिला भारतीय मजदूर संघ, स्वायत्तशासी के प्रदेश पदाधिकारी नगर पालिका निगम भिलाई, दुर्ग, रिसाली, भिलाई चरोदा कर्मचारी संघ अध्यक्ष महामंत्री एवं पदाधिकारी ने संबोधित किया।

आपको बता दें 30 सितंबर को निगम के प्रभारी सहायक अभियंता के साथ सेक्टर 6 जोन कार्यालय में दो युवकों ने अभद्र व्यवहार एवं गाली गलौज किया था इसके खिलाफ स्वायत्तशासी कर्मचारी महासंघ के नेतृत्व में निगम के अभियंतो ने कोतवाली थाना में एफ.आई. आर. दर्ज करवाया था 5 दिन गुजर जाने बाद भी आरोपी युवकों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित निगम के अधिकारी कर्मचारी जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन एवं निगम प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गये थे।
धरने के बीच में ही निगम आयुक्त देवेश कुमार ध्रुव ने धरने स्थल से प्रतिनिधि मण्डल को आमंत्रित कर चर्चा करते हुए बताया कि दोषियों को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद इसके महासंघ के प्रतिनिधि मण्डल ने आयुक्त से हुए चर्चा की जानकारी धरना स्थल पर दिए और माँग पुरी होने पर धरना समाप्त कर काम पर लौटने कि घोषणा किये। धरने में महासंघ के प्रदेश महामंत्री शरद दुबे,रीता चतुर्वेदी, विष्णु चन्द्राकर, नगर निगम भिलाई ,रिसाली,भिलाई-चरौदा के अध्यक्ष रामवृक्ष यादव, कृष्णा देशमुख, सुरेंद्र सोनबोईर, वामन राव,बसंत साहू, रामावतार साहू , गोपाल सिन्हा, विवेक रंगनाथ, जिला भारतीय मजदूर संघ के रवि चौधरी, पाण्डेय, अभियंता दीपक जोशी,संजय शर्मा, रवि सिन्हा, संजय बागडे, डी.के.वर्मा,दीपक देवांगन, अर्पित बंजारे, वसीम खान, अनिल मेश्राम, संतोष हरमुख, संजय शर्मा, स्वेता महेश्वर, नीति लता विश्वकर्मा, रोहित बंजारे, ओंकार यादव, विश्वजीत सेनगुप्ता, दशरथ ध्रुव, महेश वर्मा,राज सच्चर, बसंत देवांगन, संतोष पाण्डेय, मनीष चन्द्राकर, सीता राम यादव, दौलत चन्द्राकर, हीरा लाल, वालमिकी सिंह सहित निगम के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल रहे।