डेस्क। भारत ने इतिहास रच दिया है, चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह पर लैंड कर गया है। ISRO के इस मिशन के लिए पूरे देश में दुआ मांगी जा रही थी। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से शुरू हुई 40 दिनों की यात्रा के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का चंद्रयान-3 मिशन सफलतापूर्वक उतर गया है।
भारत का चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतर गया है, सफल चंद्रमा मिशन ने भारत को अमेरिका, चीन और तत्कालीन सोवियत संघ के बाद चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बना दिया है।
लैंडर विक्रम (Lander Vikram) और रोवर प्रज्ञान से युक्त लैंडर मॉड्यूल ने शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की और इतिहास रच दिया।
इस सफलता के साथ भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। इसके साथ ही भारत अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ के बाद चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया। चंद्रमा की सतह पर अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ और चीन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कर चुके हैं, हालांकि इनमें से कोई भी देश ऐसा नहीं है जिसकी ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में हुई है। चंद्रयान-3 के लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग में 15 से 17 मिनट लगे।
ऐतिहासिक चंद्र स्पर्श से पहले पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ दुआ की जा रही थी। इसरो वेबसाइट पर लैंडिंग इवेंट का सीधा प्रसारण कर रहा है। चंद्रयान-3 मिशन 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था। विक्रम लैंडर ने 1.68 किमी प्रति सेकंड के स्पीड से चंद्रमा की सतह की ओर उतरना शुरू किया था।