चीता रिटर्न्स इन इंडिया: PM मोदी ने अपने जन्मदिम पर कुनो नेशनल पार्क में छोड़े चीते… नामीबिया का माना आभार… प्रधानमंत्री ने फोटोज भी खींचे, सीएम शिवराज बोले – मध्यप्रदेश अब ‘चीता स्टेट’

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कुनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) अब चीतों से गुलजार नजर आएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अपने जन्म दिन पर शनिवार को नामीबिया से लाए गए चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा। भारत का 70 साल का इंतजार शनिवार को खत्म हो गया। नामीबिया से आए 8 चीतों ने देश की सरजमीं पर पहला कदम रखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में बॉक्स खोलकर 3 चीतों को क्वारंटीन बाड़े में छोड़ा। रिकॉर्डेड भाषण में PM मोदी ने चीते भेजने के लिए नामीबिया का आभार माना।

पीएम मोदी ने चीता मित्रों से कहा- कूनो में चीता फिर से दौड़ेगा तो यहां बायोडायवर्सिटी बढ़ेगी। यहां विकास की संभावनाएं जन्म लेंगी। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। PM ने लोगों से अपील की कि अभी धैर्य रखें, चीतों को देखने नहीं आएं। ये चीते मेहमान बनकर आए हैं। इस क्षेत्र से अनजान हैं। कूनो को ये अपना घर बना पाएं, इसके लिए इनको सहयोग देना है।

कूनो में प्रधानमंत्री के लिए 10 फीट ऊंचा प्लेटफॉर्मनुमा मंच बनाया गया था। इसी मंच के नीचे पिंजरे में चीते थे। PM ने लीवर के जरिए बॉक्स को खोला। चीते बाहर आते ही अनजान जगह में सहमे हुए दिखे। सहमते कदमों के साथ इधर-उधर नजरें घुमाईं और चहलकदमी करने लगे। लंबे सफर की थकान चीतों पर साफ दिख रही थी। चीतों के बाहर आते ही PM मोदी ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया। मोदी ने कुछ फोटो भी क्लिक किए। 500 मीटर चलकर मोदी मंच पर पहुंचे थे। उनके साथ राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी थे। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है।

कूनो में चीते आने पर सीएम शिवराज ने उम्मीद जताई कि मध्य प्रदेश अब देश और दुनिया में चीता स्टेट के तौर पर पहचाना जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि एमपी गजब है, सबसे अजब है। ‘टाइगर स्टेट’, ‘तेंदुआ स्टेट’, ‘वल्चर स्टेट’, ‘घड़ियाल स्टेट’ के बाद यह अब ‘चीता स्टेट’ होगा।

शिवराज बोले- चीतों का लाया जाना असाधारण घटना
शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा, मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा 526 बाघ हैं। सबसे ज्यादा 3421 तेंदुए हैं। प्रदेश में जंगल 30 फीसदी से अधिक है। राज्य में 10 राष्ट्रीय उद्यान, 6 टाइगर रिजर्व और 25 वन्य जीव अभ्यारण हैं। इसके साथ ही घड़ियाल और वल्चर भी मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा हैं। चौहान का कहना है कि नामीबिया से चीते आए हैं। चीतों को लाया जाना एक असाधारण घटना है।

दूसरे महाद्वीप से चीतों को हम यहां बसा रहे हैं: शिवराज
सीएम शिवराज ने कहा कि मैं असाधारण इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि लगभग 1952 के आस-पास हमारे देश में चीतों का अस्तित्व समाप्त हो गया। अब दूसरे महाद्वीप से चीते लाकर उनको यहां पुनर्स्थापित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शायद यह इस सदी की सबसे बड़ी घटना है। दूसरे महाद्वीप से विशेष वन्यजीवों को लाकर हम यहां बसाएंगे। कोशिश यह करेंगे कि चीते का परिवार स्वाभाविक रूप से बढ़ता रहे।

चीतों के आने से क्या होगा असर मुख्यमंत्री ने बताया
शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि चीता आना, एक विलुप्त होती हुई प्रजाति को फिर से रीलोकेट करने का काम तो है ही, लेकिन यह पर्यावरण का संतुलन भी बनाएंगे। इससे वाइल्ड लाइफ समृद्ध होगी। केवल इतना ही नहीं, श्योपुर जिले और उसके आस-पास रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

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