रायपुर। छत्तीसगढ़ में अग्निवीरों के लिए बड़ी घोषणा हुई है। सीएम साय ने बड़ा एलान किया है। अग्निवीरों को छत्तीसगढ़ सरकार भी नौकरियों में प्राथमिकता देगी। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि छत्तीसगढ़ राज्य के अग्निवीर जब भारतीय सेना में अपनी सेवा के पश्चात वापस आएंगे तो छत्तीसगढ़ सरकार इन नौजवानों को पुलिस सेवा में आरक्षक, वन सेवा में वन रक्षक और जेल प्रहरी इत्यादि पदों में प्राथमिकता के आधार पर समायोजन की सुविधा देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निवीरों को इसके लिए एक निश्चित आरक्षण की सुविधा हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश हमारी सरकार शीघ्र ही जारी करने जा रही है।
आपको बता दें कि अग्निवीरों को चार साल की नौकरी के बाद उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने को लेकर विपक्ष ने काफी आलोचनाएं की थी। जिसके बाद धड़ाधड़ राज्यों ने इस बात की घोषणाएं करनी शुरू की, कि अग्निवीर से रिटायर होने वाले युवाओं को राज्यों में निकलने वाली भर्तियों में आरक्षण दियाजायेगा। अब तक कई राज्यों में इसका ऐलान किया जा चुका है। अब उसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में भी राज्य सरकार ने इसकी घोषणा की है।
बताया जा रहा है कि अग्निवीर अपनी चार की सेवा के बाद भी बीएसएफ में ज्वाइन कर पाएंगे। उन्हें एज रिलेक्सेशन दी जाएगी। इसके ऊपर इस योजना के तहत ही कुछ ऐसे फायदे भी हैं जो सिर्फ अग्निवीरों के लिए रहते हैं, सामान्य सैनिक को वो नहीं मिलते हैं। उदाहरण के लिए अग्निवीर का वेतन 30,000 रुपये से 40,000 रुपये प्रति महीने है। इसके साथ ही वो जोखिम और कठिनाई भत्ते के हकदार हैं। इस योजना में एक सेवा निधि अंशदायी पैकेज भी है, जिसके तहत अग्निवीर अपनी मासिक परिलब्धियों का 30% योगदान करते हैं, और सरकार भी उतनी ही राशि का योगदान करती है।