अहमदाबाद में होगा कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन: ड्राफ्टिंग कमेटी का गठन, पूर्व CM भूपेश बघेल को मिली बड़ी जिम्मेदारी, रणदीप सुरजेवाला संयोजक बनाए गए

डेस्क। अहमदाबाद में 8 और 9 अप्रैल को कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन होने जा रहा हैं, जिसकी तैयारियां कांग्रेस पार्टी की तरफ से शुरू हो गई है. पार्टी ने अधिवेशन के लिए 15 सदस्यीय ड्राफ्टिंग कमेटी का गठन किया है, जिसमें मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. छत्तीसगढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल को कमेटी में शामिल किया है. लेकिन सबसे ज्यादा चौंकाने वाला फैसला मध्य प्रदेश से सामने आया है, जहां सीनियर नेताओं को दरकिनार करते हुए पार्टी ने एक युवा विधायक को अधिवेशन के लिए कॉर्टिनेटर बनाया है.

विक्रांत भूरिया को बनाया कॉर्डिनेटर
मध्य प्रदेश के झाबुआ से कांग्रेस के युवा विधायक और कांग्रेस में राष्ट्रीय आदिवासी विभाग के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया को कॉर्डिनेटर बनाया है, जबकि इस टीम के संयोजक राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला हैं. ये सभी नेता मिलकर अहमदाबाद में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन की तैयारियां करेंगे. बताया जा रहा है कि यह कमेटी राष्ट्रीय अधिवेशन में जिन मुद्दों पर चर्चा होनी है, उसका ड्राफ्ट तैयार करेगी और आने वाली रणनीतियों पर चर्चा करेगी. इस कमेटी में 15 सदस्य हैं जो अलग-अलग राज्यों से आते हैं. कांग्रेस इस अधिवेशन में अपनी नीतियों को मजबूत करने और आने वाले विधानसभा चुनावों पर जोर देगी. इसके अलावा ड्राफ्टिंग कमेटी पार्टी के कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेगी और उन्हें अधिवेशन में रखा जाएगा.

बता दें कि भूपेश बघेल को सीनियरटी के लिहाज से इस कमेटी में रखा गया है, जो पंजाब जैसे अहम राज्य के प्रभारी हैं, वहीं विक्रांत भूरिया कांग्रेस के उभरते हुए चेहरे हैं, जिन्हें पिछले कुछ समय में कांग्रेस ने बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी हैं.

तीन हजार से ज्यादा नेता होंगे शामिल
अहमदाबाद में होने वाले कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में 3000 से ज्यादा नेता शामिल होंगे. जिसमें सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, राज्यों के मंत्री और संगठन से सभी बड़े नेता शामिल होंगे. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी दोनों दिन आयोजन में भाग लेगी. अधिवेशन की शुरुआत कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के साथ की जाएगी.
बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली में मिली हार के बाद पार्टी संगठन को नए स्तर से तैयार करने में जुटी है. वहीं 2025 और 2026 में होने वाले विधासभा चुनावों को लेकर भी कांग्रेस रणनीति बनाने में जुटी है.

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