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राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में एक आरक्षक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। आरक्षक का नाम अनिल रत्नाकर है, जिन्होंने साल 2021 में पुलिस ज्वाइन की थी। मृतक खैरागढ़ जालबांधा में पदस्थ था। रत्नाकर की ड्यूटी अभी आरक्षण भर्ती में लगी थी। इसी भर्ती प्रक्रिया में लेनदेन और धांधली के आरोप लगे हैं और जिन 14 आरक्षकों पर को संदेह के घेरे में रखा गया है, उनमें रत्नाकर का नाम भी थी। ये सभी 14 आरक्षक भर्ती प्रक्रिया का काम देख रहे हैं।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार 20 दिसंबर को आरक्षक अनिल रत्नाकर को पूछाताछ के लिए राजनांदगांव पुलिस ने बुलाया था। पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था। आज सुबह उसकी लाश एक पेड पर फंदे से झुलती मिली। आशंका जताई जा रही है कि कांस्टेबल ने तड़के सुबह फांसी लगाई होगी। मृतक अनिल रत्नाकर खैरागढ़ जिले के जालबांधा थाने में पदस्थ था और महासमुंद जिले के सराईपाली का निवासी था। अनिल रत्नाकर ने 2021 में पुलिस की ड्यूटी ज्वाइन की थी।
दरअसल, राजनांदगांव संभाग स्तर की पुलिस भर्ती प्रक्रिया के प्रथम चरण में अभ्यार्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा 16 दिसम्बर से जारी है। भर्ती प्रक्रिया के लिए पुलिस मुख्यालय स्तर पर बाहर से टेकनिकल टीम पहुंची है, जिनके द्वारा इलेक्ट्रॉनिक डीवाइज लगाकर टेकनिकल कार्य किया जा रहा है। साथ ही भर्ती प्रक्रिया में अलग-अलग इवेंट के लिए पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीम की ड्यूटी भी लगाई गई है। एएसपी, डीएसपी स्तर के अधिकारियों द्वारा बूथ की चैकिंग की गई। इस दौरान भर्ती प्रक्रिया में बड़ी गड़बड़ी की बात सामने आई, जिसके बाद पुलिस के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। एसपी ने आनन-फानन में थाने में अपराध दर्ज कराई। लालबाग थाने में अपराध क्रमांक 568/24 धारा 318 4, 338, 336 3, 340 2, बीएनएस पंजीबद्ध किया गया।