फिजियोथेरेपी करने वालों के लिए GOOD NEWS: अब कोर्स करने के लिए न्यूनतम अंक की बाध्यता नहीं, 119 सीटों के लिए होगी काउंसिलिंग

भिलाई। BPT कोर्स में प्रवेश के लिए अब इंतजार खत्म होने जा रहा है। प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को बेसब्री के साथ प्रतीक्षा थी। फिजियोथेरेपी कॉलेज में प्रवेश के लिए NEET में सम्मिलित विद्याथियों के लिए अब छग शासन जल्द काउंसिलिंग जल्द ही शुरू करने जा रहा है।

छग शासन के प्रवेश नियम क्र. एफ 21-02/ 2018/ नो/ 55-4, दि. 25 मई, 2018 के कंडिका क्र. 3 (अ) के अनुसार बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी (BPT) पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए किसी भी प्रकार से न्यूनतम अहर्ताकारी अंक की जरूरत नहीं है।

अब NEET में शामिल सभी विद्यार्थी इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अपना पंजीयन करा सकते हैं। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए कोई न्यूनतम अंक की बाध्यता नहीं है। फिजियोथेरेपी चिकित्सा क्षेत्र में उभरता हुआ कैरियर विकल्प है। मालूम हो कि इस पाठ्यक्रम की मांग सरकारी के अलावा निजी क्षेत्र में भी है।

साथ ही भारत के अतिरिक्त विश्वभर में इसकी मांग है। BPT साढ़े चार वर्ष का पाठ्यक्रम है। पासआउट विद्यार्थी स्वयं का क्लिनिक भी खोल सकते हैं या फिर उच्च शिक्षा मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी – ऑर्थो, कार्डियो, न्यूरो, स्पोर्ट्स, गायनिक, पीडिया पाठ्यक्रम भी कर सकते हैं ।

इन दिनों छग दो फिजियोथेरेपी महाविद्यालय है, एक शासकीय, रायपुर और दूसरा निजी कॉलेज दुर्ग में है। इन कॉलेजों की मान्यता स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, रायपुर से है।

सम्बद्धता पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति छग आयुष एवं स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय से है। इस पाठ्यक्रम में कुल 119 सीट हैं। विद्यार्थी फिजियोथेरेपी काउन्सलिंग से संबंधित अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट www.cgdme.co.in का नियमित अवलोकन कर सकते हैं।

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