छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रहा है छोटे बच्चो के साथ क्राइम का ग्राफ
रायपुर। जिस प्रकार से रायपुर में बच्चो के साथ वारदात हो रहे है। ये कहना गलत नहीं होगा कि, छत्तीसगढ़ की राजधानी बच्चो के साथ अपराध की राजधानी बनती जा रही है। रायपुर में एक और बच्चे की हत्या की गई है। आरंग निवासी 10 साल के बच्चे को जान से मार दिया गया है। पिछले एक हफ्ते में ये इस प्रकार की दूसरी घटना है। मामले में पुलिस ने शक के आधार पर एक युवक को पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया है। शनिवार को दोपहर के वक्त पुलिस को झाड़ियों में गुमशुदा बच्चे का शव मिला था जिसके बाद मामला उजागर हुआ।

दैनिक भास्कर के एक रिपोर्ट के अनुसार, पूरा प्रकरण आरंग इलाके के भानसोज गांव का है। 10 साल का रुपेंद्र घर से गुरुवार को खेलने निकला तो लौटा ही नहीं। 6वीं क्लास के इस बच्चे के दोस्तों के घर जाकर भी परिजनों ने पता लगाया मगर कुछ जानकारी नहीं मिली। शुक्रवार को इस मामले में की जानकारी पुलिस को मिली, गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई, शनिवार को इस बच्चे का शव मिला।

रुपेंद्र का शव गांव से कुछ ही दूरी पर झाड़ियों में कीचड़ से सना मिला, आरंग की पुलिस ने शव काे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आरंग थाना प्रभारी कमला पुसाम ने बताया कि पहली नजर में मामला संदिग्ध है, बच्चे का गला दबाकर हत्या कि जाने की आशंका है, पुलिस शॉर्ट पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। इस बीच हर एंगल से इस केस की तफ्तीश जारी है।

10 साल के रुपेंद्र को गांव के तालाब से मछली पकड़ना अच्छा लगता था। वो चिड़ियों के पीछे भी भागा करता था। घर से अक्सर दूर-दराज जाकर मस्ती किया करता था, घर वाले भी न टोकते थे न दिनभर उस पर नजर रख पाते थे। रुपेंद्र के घर वाले खेती किसानी के काम से जुड़े हैं, बेटे की मौत की खबर ने परिजनों का बुरा हाल कर दिया है।



