Death of famous social media influencer
चंडीगढ़: तारीख- 11 जून 2025, रात का वक्त और जगह- पंजाब के बठिंडा में आदेश मेडिकल यूनिवर्सिटी की पार्किंग। पुलिस को खबर जाती है कि पार्किंग में एक खड़ी कार से अजीब सी दुर्गंध आ रही है। खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचती है और जब उस कार का दरवाजा खोला जाता है तो पिछली सीट पर एक लाश मिलती है। लाश महिला की थी, उम्र लगभग 30 साल। शुरुआती तहकीकात से अंदाजा लगाया जाता है कि उसकी हत्या की गई है। हालात देखकर इस बात के भी संकेत मिलते हैं कि उसे किसी और जगह पर मारा गया और बाद में लाश यहां लाकर छोड़ दी गई।

एक यूनिवर्सिटी की खुली पार्किंग में इस तरह कार के भीतर लाश मिलने से हड़कंप मच जाता है। तफ्तीश शुरू होती है, सीसीटीवी खंगाले जाते हैं। तफ्तीश में पता चलता है कि ये लाश कमल कौर नाम की महिला की है। ये कमल कौर कौन थी? उसे वहां कौन छोड़कर गया? और सबसे बड़ा सवाल, कमल कौर की हत्या किसने और क्यों की? छानबीन में कुछ सवालों के जवाब मिलते हैं और कुछ के नहीं। आगे बढ़ने से पहले आपको कमल कौर के बारे में बताते हैं।

कंचन कुमारी उर्फ कमल कौर भाभी
पंजाब के लुधियाना की रहने वाली कमल कौर का असली नाम कंचन कुमारी है। हालांकि, सोशल मीडिया पर वह कमल कौर भाभी के नाम से जानी जाती थीं। परिवार में मां, दो भाई और दो बहनें। सोशल मीडिया पर अच्छी खासी फैन फॉलोइंग थी। इंस्टाग्राम पेज ‘कमल कौर लाइव’ पर उनके लगभग 15.7K फॉलोअर्स थे। हालांकि, ये उनका दूसरा अकाउंट है। इससे पहले उनके मेन इंस्टाग्राम अकाउंट पर लगभग 4 लाख फॉलोवर्स थे, लेकिन वह डिलीट हो चुका है।

डबल-मीनिंग वीडियो पर मिली धमकियां
कमल कौर अपने इंस्टाग्राम और यूट्यूब पेज पर वीडियो और रील्स बनाकर अपलोड करती थीं। उनकी कुछ रील्स पर विवाद भी हुआ। दरअसल, कमल कौर डबल मीनिंग वाली रील्स बनाती थीं, जिन्हें लेकर कई बार उन्हें धमकियां भी मिली। बताया जाता है कि ऐसी ही एक धमकी उन्हें कनाडा में जाकर छिपे गैंगस्टर अर्श दल्ला से भी मिली। हालांकि, पुलिस में इस धमकी की शिकायत नहीं की गई।
कौन था वो पगड़ी वाला आदमी
9 जून को कमल कौर अपने घर से मां को यह बताकर निकली थीं कि वह किसी इवेंट में हिस्सा लेने बठिंडा जा रही हैं। रात तक उनका मोबाइल एक्टिव रहा और इसके बाद बंद हो गया। पुलिस ने तहकीकात की तो सीसीटीवी फुटेज में एक कार 10 जून की सुबह पार्किंग में आती हुई दिखाई थी। फुटेज में कार को कोई पगड़ी धारी आदमी चला रहा था। उसने कार पार्किंग में खड़ी की और वहां से पैदल ही वापस चला गया।

गाड़ी पर फर्जी नंबर प्लेट
पुलिस ने गाड़ी की तहकीकात की तो उसपर लगी नंबर प्लेट फर्जी पाई गई। हालांकि, मौका-ए-वारदात को देखकर इस बात का अंदाजा हो गया कि कमल कौर की हत्या किसी और जगह करने के बाद उसकी लाश यहां लाकर छोड़ी गई है। हत्या लगभग 24 घंटे पहले किए जाने के संकेत मिले हैं। हालांकि, अभी तक पुलिस को मौके से ऐसा कोई सुराग नहीं मिला है, जिससे पता चल सके कि कातिल कौन है।
CCTV, मोबाइल टावर से तलाशे जा रहे सुराग
कमल कौर की हत्या की वजह को लेकर भी कोई पुख्ता सबूत पुलिस के पास नहीं है। लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद, पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। आसपास के इलाकों की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। पुलिस की एक टीम उन नंबरों की भी जांच कर रही है, जो लाश के मिलने वाली जगह पर उस दौरान एक्टिव थे।