भिलाई। युवा कांग्रेस की सदस्यता अभियान की शुरुआत के साथ ही दावेदारों की सक्रियता बढ़ गई है। प्रदेश में चुनाव लड़ने वालों का प्रदर्शन उत्कृष्ट होना जरूरी है। कई युवा विधायक भी प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में है। इनमें सबसे युवा विधायक देवेंद्र यादव का भी नाम है। देवेंद्र यादव एलिजेबल है। देश के बेस्ट यूथ परफॉर्मिंग लीडर में देवेंद्र का नाम आता है। इसलिए उन्हें संगठन ने दिल्ली बुलाया। वे दिल्ली होकर आ भी गए। अभी तक देवेंद्र ने फॉर्म नहीं भरा है। ऐसे में युवा विधायकों के अध्यक्ष पद के लिए ताल ठोकने से मुकाबला रोचक होने की उम्मीद है।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खेमे से देवेंद्र और टीएस सिंहदेव खेमे से छन्नी का नाम सामने आ रहा है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो युवक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के लिए दो विधायकों में भिड़ंत हो सकती है। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष से लेकर एक दर्जन से ज्यादा जिलों के अध्यक्ष उम्र सीमा पूरी होने के कारण चुनाव प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे।
युवक कांग्रेस के आला पदाधिकारियों ने बताया कि विधायक देवेंद्र यादव के चुनाव नहीं लड़ने की स्थिति में उनके कैंप से एनएसयूआइ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। इसके साथ ही सुबोध हरितवाल और चकेश्वर गढ़पले का नाम भी सामने आ रहा है।
भारतीय युवा कांग्रेस के इलेक्शन कमिश्नर कुणाल बैनर्जी ने बीते मंगलवार को कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में चुनावों के बारे में जानकारी दी। प्रदेश स्तर पर चुनाव लड़ने की चाह रखने वालों को उत्कृष्ट प्रदर्शन (हाई परफार्मर) करने वालों की सूची में अपनी जगह बनानी होगी। जिला और विधानसभा स्तर के लिए ऐसी कोई बाध्यता नहीं है।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को चयन के लिए आवेदन करना जरूरी है। आज 22 अप्रैल से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। बैनर्जी ने बताया कि नामांकन, स्क्रूटनी, दावा-आपत्ति के बाद 12 मई से 12 जून तक सदस्यता अभियान चलाकर वोटिंग कराई जाएगी। इसके 15-20 दिनों बाद नतीजे घोषित किए जाएंगे।
पहली बार पूरा चुनाव होगा आनलाइन
कुणाल बैनर्जी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में पहली बार पूरी तरह आनलाइन मतदान के आधार पर पदाधिकारी चुने जाएंगे। चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार की आयु 18 से 35 वर्ष के भीतर होनी चाहिए। युवा कांग्रेस का सदस्य बनने के बाद ही कोई भी प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, जिला अध्यक्ष और विधानसभा अध्यक्ष के पदों के लिए वोट कर सकेगा। बैनर्जी ने कहा कि कांग्रेस समाज के सभी वर्गों के प्रतिनिधित्व पर भरोसा करती है, इसलिए इन चुनावों में अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग समेत महिलाओं, दिव्यांगों, अल्पसंख्यकों व ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए भी पद आरक्षित किया गया है।