राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को दुनिया भर में कुख्यात आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से कथित संबंधों के लिए पुणे स्थित एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया। आतंकी मॉड्यूल मामले में केंद्रीय एजेंसी द्वारा महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया जाने वाला यह पांचवां संदिग्ध है। एनआईए ने डॉक्टर की पहचान 43 साल के अदनानाली सरकार के रूप में की है। वह कोंढवा का रहने वाले है और पुणे के एक शीर्ष निजी अस्पताल में काउंसलर एनेस्थेटिस्ट है।
एनआईए ने एक बयान जारी कर बताया संदिग्ध आतंकी डॉक्टर का पूरा हाल
एनआईए ने इस मामले में एक बयान जारी कर बताया, “डॉ अदनानली सरकार (43) को पुणे के कोंढवा से छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया था। सरकार के कोंढवा स्थित घर की तलाशी के दौरान एनआईए ने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और आईएसआईएस से संबंधित कई दस्तावेज जैसी कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की। सामग्री ने आईएसआईएस के प्रति आरोपी की निष्ठा और कमजोर युवाओं को प्रेरित और भर्ती करके संगठन के हिंसक एजेंडे को बढ़ावा देने में उसकी भूमिका को उजागर किया।
आईएसआईएस आतंकवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने की साजिश रचने का आरोप
एनआईए के बयान में कहा गया है, “आरोपी ने आईएसआईएस आतंकवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने की साजिश रची थी… एनआईए जांच से पता चला है कि सरकार देश की एकता, अखंडता, सुरक्षा और संप्रभुता को परेशान करने की कोशिश कर रही थी और आईएसआईएस साजिश के तहत भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की कोशिश कर रही थी। संगठन के महाराष्ट्र आईएसआईएस मॉड्यूल के माध्यम से।”
एनआईए ने आईएसआईएस के लिए अलग-अलग नाम भी सूचीबद्ध किए हैं
एनआईए ने आईएसआईएस के लिए अलग-अलग नाम भी सूचीबद्ध किए हैं जैसे इस्लामिक स्टेट (आईएस), इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवंत (आईएसआईएल), दाएश, इस्लामिक स्टेट इन खुरासान प्रोविंस (आईएसकेपी), आईएसआईएस विलायत खोरासन, इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द शाम, इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान (ISIS-K)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि वह आतंकी साजिश की पूरी रूपरेखा को उजागर करने के लिए “महाराष्ट्र आईएसआईएस मॉड्यूल” मामले की जांच जारी रखेगी।
गिरफ्तार आतंकी संदिग्ध अदनानली सरकार के सहकर्मियों ने क्या बताया
गिरफ्तार आतंकी संदिग्ध अदनानली सरकार के सहकर्मियों के अनुसार, उसने 2001 में पुणे के बी जे मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस और 2006 में उसी सरकारी संस्थान से एनेस्थिसियोलॉजी में एमडी की पढ़ाई पूरी की। एक सहकर्मी ने कहा, “उन्होंने मेडिकल पत्रिकाओं में कई शोध पत्र भी प्रकाशित किए। डॉ. सरकार ने पुणे और मुंबई के शीर्ष अस्पतालों में काम किया है।”
गिरफ्तार डॉक्टर का जुबैर शेख उर्फ अबू अबू नुसैबा से करीबी संबंध
इससे पहले 3 जुलाई को एनआईए द्वारा मुंबई, ठाणे और पुणे में व्यापक छापेमारी के बाद एजेंसी ने मुंबई के नागपाड़ा से ताबिश नासिर सिद्दीकी, पुणे के कोंढवा से जुबैर नूर मोहम्मद शेख उर्फ अबू नुसैबा और शरजील शेख और ठाणे के पडघा से जुल्फिकार अली बारोद-अवला को गिरफ्तार किया था। सूत्रों के मुताबिक, सरकार के कथित तौर पर जुबैर शेख उर्फ अबू अबू नुसैबा से “करीबी संबंध” हैं। वह पहले आईटी इंजीनियर के रूप में काम कर चुका है और तीन-चार साल पहले अपनी नौकरी खो चुका है। उसके परिवार के सदस्यों के अनुसार, शेख तब से छोटा-मोटा कारोबार कर रहा था और साथ ही विभिन्न नौकरियों के लिए आवेदन और साक्षात्कार भी दे रहा था।
चार लोगों की गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने क्या कहा था
चार लोगों की गिरफ्तारी के बाद एजेंसी ने कहा था कि चार आरोपियों ने कथित तौर पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेज के निर्माण और छोटे हथियारों, पिस्तौल आदि के निर्माण के लिए ‘डू इट योरसेल्फ’ (DIY) किट सहित कई सामग्री आपस में साझा की थी। एजेंसी ने कहा था कि इसके अलावा, अपने विदेशी-आधारित आईएसआईएस आकाओं के निर्देश पर आरोपियों ने कथित तौर पर भड़काऊ मीडिया सामग्री भी बनाई थी, जिसे प्रतिबंधित संगठन के आतंक और हिंसा के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए ‘वॉयस ऑफ हिंद’ पत्रिका में प्रकाशित किया गया था।