दुर्ग के नए कलेक्टर मीणा का पहला दिन: कलेक्टोरेट परिसर किया विजिट…नस्तियां देखी, लोगों के काम को तत्काल निपटाने निर्देश

दुर्ग। पदभार संभालने के बाद काम के पहले ही दिन कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने जनदर्शन के पश्चात कलेक्ट्रेट परिसर का निरीक्षण किया। कलेक्ट्रेट परिसर में मीणा ने सभी विभागों के कक्ष का निरीक्षण किया। सबसे पहले कलेक्टर लोक सेवा केंद्र पहुंचे।

जहां उन्होंने आवेदकों से सेवा संबंधित सामान्य चर्चा की और रोज आने वाले आवेदनों के निराकरण की स्थिति के बारे में सेवा केंद्र से जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने प्रभारी अधिकारी-कर्मचारियों से शाखाओं में हो रहे कामकाज के संबंध में विस्तार से जानकारी ली और नस्ती व पंजी रजिस्टर का अवलोकन भी किया।

कलेक्टर ने कलेक्ट्रेट परिसर में साफ सफाई की स्थिति और बेहतर करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि सफाई की मुकम्मल व्यवस्था बनाएं तथा इसकी निरंतर मॉनिटरिंग करते रहें। विभिन्न शाखाओं में उन्होंने लंबित प्रकरणों की स्थिति जानी तथा इन्हें पूर्ण करने हेतु लिये जाने वाले समय की जानकारी भी ली।

कलेक्टर ने कहा कि शासन ने नागरिक सेवाओं को प्रदान करने के लिए निर्धारित समय दिया हुआ है लेकिन कोशिश करनी चाहिए कि निर्धारित समय सीमा के काफी पहले लोगों के प्रकरण निराकृत कर दिया जाए ताकि उन्हें राहत मिल सके। कलेक्टर ने परिसर में बाढ़ नियंत्रण कक्ष का भी अवलोकन किया।

यहां उन्होंने अब तक किए गए कार्यों की जानकारी ली। आपदा नियंत्रण के प्रभारी अधिकारी से उन्होंने दुर्ग जिले में बाढ़ जैसी आपदाओं की अब तक की स्थिति के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यद्यपि दुर्ग अन्य जिलों की तुलना में बाढ़ से कम प्रभावित होता है फिर भी हमेशा आपात स्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए।

अधिकारियों ने जानकारी दी कि अभी हाल ही में मॉक ड्रिल की गई थी। आपदा की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासनिक अमला पूरी तरह सक्षम है। कलेक्टर ने विभिन्न शाखाओं में कार्य कर रहे अधिकारियों-कर्मचारियों से उनकी समस्याएं भी पूछी तथा उन्हें अच्छे से अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित किया।

कलेक्टर ने कहा कि आम जनता बहुत उम्मीद से कलेक्ट्रेट आती है और समय पर गुणवत्ता पूर्वक काम होने पर उन्हें खुशी होती है और प्रशासन की अच्छी छवि बनती है इसके लिए हमेशा सजग रहें एवं बेहतर से बेहतर कार्य करने की कोशिश करें ताकि लोगों को गुणवत्ता युक्त सेवाएं प्रदान किए जाने का लक्ष्य पूरा होता रहे।

उन्होंने विभागों को पारदर्शिता रखने की सलाह दी ताकि प्रशासन और नागरिकों के बीच अच्छा समन्वय स्थापित हो सके। कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर पद्मिनी भोई एवं अरविंद एक्का तथा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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