दुर्ग। दुर्ग पुलिस द्वारा यातायात नियम जागरूकता के लिए पिछले एक महीने से लगातार “फॉलो गुड हेबिटस” अभियान चलाया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य वाहन चालकों को हेलमेट और सीट बेल्ट लागाने जागरूक करना है, ताकि दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों पर लगाम लगाया जा सके। सोमवार भिलाई-दुर्ग में संचालित 12 कोचिंग सेंटर में आने वाले छात्र-छात्राओं और टीचर्स को दुर्ग पुलिस ने इस अभियान से अवगत कराया। उप पुलिस अधीक्षक (यातायात) सतीश ठाकुर ने कहा कि जिस प्रकार मोबाइल की सुरक्षा के लिए कवर लगाना जरूरी है, इसी प्रकार अपने सिर की सुरक्षा के लिए हेलमेट पहनना भी जरूरी है।

दुर्ग ट्रैफिक पुलिस ने कोचिंग सेंटर के संचालकों को बिना हेलमेट आने वाले छात्र-छात्राओं को प्रवेश ना देने और यातायात पुलिस को अवगत कराने कहा गया है। छात्र-छात्राओं को यातायात के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि यदि आप 21 दिन तक लगातार दो पहिया वाहन चलाने के दौरान हेलमेट लगाने से और चार पहिया वाहन चलाने के दौरान सीट बेल्ट लगाते हो तो 22वें दिन से वे आपके अच्छी आदत में सुमार हो जायेगा। इसके पश्चात आप बिना हेलमेट एवं बिना सीट बेल्ट लगाये वाहन चलाते है तो आपको स्वयं असुरक्षित एवं असुविधाजनक महसूस होता है और आपके अंदर एक अच्छी आदत सुमार हो जाती है।

जितेन्द्र शुक्ला, पुलिस अधीक्षक दुर्ग के निर्देश पर वाहन चालको को वाहन चालन के दौरान हेलमेट एवं सीट बेल्ट लगाने हेतु जागरूक करने दिये गये निर्देश के परिपालन एवं सुखनंदर राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, (शहर) के मार्ग दर्शन तथा सतीष ठाकुर, संदानंद विध्यराज उप पुलिस अधीक्षक, (यातायात) के नेतृत्व में दुर्ग पुलिस द्वारा विगत 1 माह से चलाये जा रहे फॉलो गुड हेबिटस अभियान के तहत लगातार 21 डे चैलेंज की जानकारी जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से दी जा रही है।

कोचिंग सेन्टर में आने वाले छात्र/छात्राओं को यातायात पुलिस की इस 21 डे चैलेज को स्वीकार करते हुए अपना फोटो-वीडियों यातायात पुलिस के हेल्प लाईन नंबर 94791-92029 में सांझा किये जाने हेतु बताया गया साथ ही कोचिंग सेन्टर के संचालकों को बिना हेलमेट लगाये आने वाले छात्र/छात्राओं को प्रवेश ना देते हुए यातायात पुलिस को अवगत कराने कहा गया।


