दुर्ग। दुर्ग शहर की यातायात व्यवस्था को सरल, सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए यातायात पुलिस द्वारा ई-रिक्शा चालकों की एक महत्वपूर्ण मीटिंग आयोजित की गई। इस मीटिंग में ई-रिक्शा चालकों को शहर की यातायात व्यवस्था में उनके महत्वपूर्ण योगदान के बारे में बताया गया और उन्हें कई यातायात नियमों के पालन के लिए जागरूक किया गया।

मुख्य बिंदु
यातायात व्यवस्था में ई-रिक्शा का योगदान
ई-रिक्शा चालकों को बताया गया कि वे शहर की यातायात व्यवस्था को व्यवस्थित बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, विशेष रूप से जब बाहर से कोई यात्री शहर में आता है। इन चालकों से मधुर व्यवहार और निर्धारित शुल्क लेने का आग्रह किया गया, जिससे शहर के प्रति एक अच्छा प्रभाव पड़े।
यातायात नियमों का पालन
ई-रिक्शा चालकों को बिना वर्दी के वाहन न चलाने, शराब या नशीली पदार्थों का सेवन कर वाहन न चलाने, क्षमता से अधिक सवारी न बैठाने और निर्धारित स्थानों पर ही वाहन पार्क करने के बारे में समझाया गया।
सुरक्षा संबंधी निर्देश
चालकों को यह भी बताया गया कि वे तेज और लापरवाही से वाहन न चलाएं, नाबालिकों को वाहन चलाने की अनुमति न दें और किसी चौक पर सवारी उतारने-चढ़ाने का काम न करें।

इस मीटिंग में यातायात जोन दुर्ग के प्रभारी यश करण ध्रुव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) ऋचा मिश्रा, उप पुलिस अधीक्षक (यातायात) सदानंद विंध्यराज और 250 ई-रिक्शा चालक उपस्थित थे। मीटिंग में उन ई रिक्शा चालकों को भी निर्देश दिया गया जो इस बैठक में शामिल नहीं हो पाए, ताकि यातायात नियमों का पालन किया जा सके। यातायात पुलिस दुर्ग के निर्देशों के अनुसार, शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सभी ई-रिक्शा चालकों से सहयोग की अपील की गई है।
