नई दिल्ली, रायपुर। छत्तीसगढ़ में कुछ दिनों पहले प्रदेश के राइस मिलरों और मार्कफेड के पूर्व एमडी के यहां ED ने रेड मारी थी। इस कार्रवाई को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोशल मीडिया हैंडल “X” पर पोस्ट और प्रेस रिलीज जारी किया है। इसमें ED ने बताया है कि छापेमारी के दौरान उन्हें 1.06 करोड़ रुपये सहित कई तरह के दस्तावेज जब्त किए हैं। ED की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार एजेंसी ने 20 अक्टूबर को छापा मारा था। ED की जांच 21 अक्टूबर तक चली थी। इस दौरान चावल की कस्टम मिलिंग से जुड़े विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और बेहिसाब नकदी बरामद की गई। इस दौरान ED 1.06 करोड़ नगद भी जब्त किया है।
ED has conducted search operations on 20/10/2023 and 21/10/2023 at the premises of ex-MD of MARKFED, Treasurer & office bearers of Chhattisgarh Rice Millers Association, District Marketing Officers, & few Rice Millers in Custom Rice Milling Special Incentive scam. During the…
— ED (@dir_ed) October 23, 2023
आपको बता दें कि, ED की अलग-अलग टीमों ने 20-21 अक्टूबर को दुर्ग में 2, रायपुर में 3, कोरबा और राजनांदगांव में एक-एक राइस मिल कारोबारियो के ठिकानों में छापा मारा है। रायपुर के तिल्दा में अमित चावल उद्योग, तिरुपति राइस मिल में ED की टीम जांच की। ED ने रायपुर में नान और मार्कफेड के पूर्व एमडी मनोज सोनी के लॉ विस्टा खुशी वाटिका स्थित घर पर जांच की थी।
दुर्ग में छत्तीसगढ़ राइस मिलर एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश रूंगटा और कमल अग्रवाल किशोर सोल्टेज के मालिक के यहां छापा पड़ा था। राजनांदगांव स्थित जंगलपुर स्थित अन्नपूर्णा राइस मिल के मालिक आशीष खंडेलवाल के यहां ED ने दबिश दी थी। ED ने कोरबा में भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष और राइस मिलर गोपाल मोदी के यहां भी छापा मारा था।