कस्टम मिलिंग घोटाले मामले में ED ने छत्तीसगढ़ में 5 जगहों पर मारी रेड: रायपुर में प्रदेश राइस एसोसिएशन के पूर्व महासचिव… गिरफ्तार मार्कफेड के पूर्व MD के संबंधित के यहां दुर्ग में छापा

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सवा सौ करोड़ के कस्टम मिलिंग प्रोत्साहन घोटाले मामले में ईडी (ED) ने प्रदेश में 5 अलग-अलग जगहों पर रेड मारी है। मिली जानकारी के असनुसार, यह जांच कल से चल रही। इनमें 2 दुर्ग, 2 रायपुर और 1 खरोरा में शामिल हैं। राइस कारोबारी और छग प्रदेश राइस एसो. के पूर्व महासचिव प्रमोद अग्रवाल के ठिकानों पर भी छापे पड़े हैं। उसके राइस मिल ऑफिस और निवास पर जांच चल रही है। कारोबारी प्रमोद अग्रवाल के 2 खरोरा और 1 रायपुर स्थित ठिकाने शामिल हैं। दुर्ग में एक कारोबारी के 2 ठिकाने जो मार्कफेड के पूर्व एमडी मनोज सोनी से जुड़े है। ईडी द्वारा गिरफ्तार रोशन चंद्राकर से पूछताछ में मिले क्लू के बाद यह कार्यवाही की गई है।

धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 की धारा 17 के तहत क्रमशः दुर्ग और खरोरा में दो-दो परिसरों को कवर किया गया, जबकि रायपुर में एक और परिसर को कवर किया गया। समवर्ती तलाशी अभियान गुरुवार सुबह करीब छह बजे शुरू हुआ। तलाशी के दायरे में केवल छत्तीसगढ़ राज्य राइस मिलर्स एसोसिएशन (सीएसआरएमएस) के पूर्व महासचिव प्रमोद अग्रवाल का था, जिसमें दो खरोरा में और एक रायपुर में स्थित है। एप्रोपोस, दुर्ग जिले के दो परिसर-
छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (मार्कफेड) के पूर्व प्रबंध निदेशक के साथ संबंधों के कारण ट्राइक-आधारित व्यवसायी की भी तलाश की जा रही है। सोनी को इससे पहले घोटाले में शामिल होने के सिलसिले में 30 अप्रैल को ईडी ने गिरफ्तार किया था।”