ऑनलाइन सट्टा महादेव बुक मामले में ED का एक्शन: वेस्ट बंगाल से शेयर ब्रोकर केडिया गिरफ्तार… स्पेशल कोर्ट ने ED को दी 5 दिनों की रिमांड

रायपुर। ऑनलाइन सट्टा महादेव बुक से जुडी बड़ी खबर सामने आ रही है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानि की ED ने शनिवार को एक नई गिरफ्तारी की है। ED ने शेयर ब्रोकर गौरव कुमार केडिया को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से अरेस्ट कर स्पेशल कोर्ट में पेश किया। ED ने केडिया को 14 दिन की कस्टोडियल रिमांड पर लेने का आवेदन लगाया है। जहां कोर्ट ने उसे 5 दिन की कस्टोडियल रिमांड पर ED के हवाले कर दिया। गौरव केडिया पर आरोप है कि, सट्टा मामले में जेल में बंद नितिन टिबरेवाल समेत अन्य आरोपी व्यक्तियों के लिए ये शेयर खरीद-बेचने का काम करता था। साथ ही, वह सट्टे से आने वाली काली धन को शेयर ट्रेडिंग के माध्यम से सफेद धन में बदलने का काम भी करता था।

ED ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर दी जानकारी
इस बीच, ED ने महादेव सट्टा बुक मामले में 388 करोड़ की संपत्ति भी कुर्क की है। जानकारी के अनुसार, आरोपी हरि शंकर टिबरेवाल और उनके सहयोगियों ने मॉरीशस स्थित कंपनी मेसर्स टानो इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज के माध्यम से एफपीआई और एफडीआई में निवेश किया और छत्तीसगढ़, मुंबई तथा मध्य प्रदेश में कई अचल संपत्तियां खरीदीं। अब तक ED ने इस मामले में 2295.61 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की है। ED का कहना है कि इस कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि वह सट्टा और भ्रष्टाचार के मामलों में सख्त कार्रवाई करेगा।

ED ने बताया कि, ईडी, रायपुर जोनल कार्यालय ने पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत 05.12.2024 को रुपये की चल और अचल संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। 387.99 करोड़ चल (मॉरीशस स्थित कंपनी, एफपीआई और एफडीआई के माध्यम से हरि शंकर टिबरेवाल से संबंधित मेसर्स टानो इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज फंड द्वारा किया गया निवेश) और छत्तीसगढ़, मुंबई और मध्य प्रदेश में स्थित अचल संपत्ति के रूप में प्रमोटरों के नाम पर रखे गए हैं। महादेव ऑनलाइन बुक मामले में कई सट्टेबाजी ऐप/वेबसाइट, पैनल ऑपरेटर और प्रमोटरों के सहयोगी। इस मामले में अब तक कुल रु. की कुर्की/जब्ती/जमा की गई है. 2295.61 करोड़ (लगभग)।

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