रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज में संपन्न हुआ एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम: गुजरात के 50 विद्यार्थियों का दल पंहुचा रूंगटा कैंपस… छत्तीसगढ़ और गुजरात की सांस्कृतिक कला देखने मिली

रायपुर। दो राज्यों की कला-संस्कृति मंगलवार को एक हो गई। छत्तीसगढ़ और गुजरात के कल्चर का फ्यूजन अलग ही अंदाज में दिखाई दिया। वीर सावरकर नगर स्थित रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज में शिक्षा मंत्रालय की एक भारत श्रेष्ठ भारत गतिविधि के तहत पहुंचे गुजरात के 50 विद्यार्थियों के दल ने छत्तीसगढ़ के छात्रों के साथ मिलकर अपनी सांस्कृतिक विरासत साझा की। गुजराती फोक डांस सनेड़ो, टिमली, डाकला और गरबा दिखाया। ऐसे ही छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों ने सुआ, पंथी, ददरिया नृत्य कर अपने फोक डांस की झलक पेश की। एक मंच पर गुजरात और छत्तीसगढ़ का पहनावा एक हो गया। छत्तीसगढ़ में 12 महीने में होने वाले त्योहारों को बारहमासी नृत्य के जरिए परोसा गया। इस कार्यक्रम का मकसद पड़ोसी राज्यों की सभ्यता को करीब लाना है, जिसके तहत छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों को गुजरात और गुजरात के विद्यार्थी छत्तीसगढ़ भ्रमण करने आए हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान डायरेक्टर डॉ. वाईएम गुप्ता, प्राचार्य डॉ. डीएन देवांगन, डॉ. चंचलदीप कौर और डॉ. सीमा अग्रवाल शामिल रहे। नोडल जिंसन जोस ने कार्यक्रम कॉर्डिनेट किया।

देखी वल्लभाचार्य की भूमि
रूंगटा ग्रुप की मेजबानी में गुजरात के विद्यार्थियों का दल सात दिन छत्तीसगढ़ में बिताएगा। इस कार्यक्रम से पहले उन्हें
प्रदेश के खानपान, भौगोलिक एवं सांस्कृतिक विशेषताओं को दिखाया गया। गुजरात के विद्यार्थियों के दल ने वल्लभाचार्य की भूमि चंपारण का भ्रमण किया। फिर पुरखैती मुक्तांगन का नजारा लिया। अछोटी स्थित जीवन विद्या केंद्र का भ्रमण कर अच्छी वैल्यूज ग्रहण कीं।

आज देखेंगे क्रिकेट स्टेडियम
कल्चरल एक्सचेंज में आए गुजरात दल को दो दिनों में रायपुर इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, एनर्जी पार्क, जंगल सफारी, इंटरनेशनल एयरपोर्ट, मंत्रालय, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, बस्तर आर्ट गैलरी, मरीन ड्राइव और घासीदास संग्रहालय जैसे दर्जनों स्थलों से रूबरू कराएगा। बता दें कि शिक्षा मंत्रालय से छत्तीसगढ़ में रूंगटा ग्रुप को रिसीवर की जिम्मेदारी दी गई है।

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