दंतेवाड़ा/नारायणपुर। छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन सफल रहा। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले के बॉर्डर पर हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया है। सभी के शव बरामद कर लिए गए हैं। ओरछा थाना इलाके के नेंदुर और थुलथुली गांव के बीच जंगल में 2 घंटे फायरिंग हुई। फायरिंग रुकने के बाद डीआरजी दंतेवाड़ा/नारायणपुर और एसटीएफ ने सर्च ऑपरेशन चलाया। जवानों ने शव के साथ AK-47, एसएलआर जैसे हथियार बरामद किए हैं।
स्थिति को देखते हुए सीआरपीएफ/डीआरजी का अतिरिक्त रिइन्फोर्समेंट बल भेजा गया है. मुठभेड़ खत्म होने के बाद अब सर्च किया जा रहा है. मौके से एलएमजी, एके 47, एसएलआर, इंसास के साथ 303 राइफल समेत अन्य हथियार बरामद किए गए हैं.

इधर रायपुर में बीती रात उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा नक्सली हमले में घायल जवान से मिलने नारायणा हॉस्पिटल पहुंचे. उपमुख्यमंत्री ने घायल जवान से उनका हालचाल जानने के साथ घटना की जानकारी भी ली. उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि आज कांकेर में जो नक्सल ऑपरेशन हुआ था, उससे भी बड़ा नक्सल ऑपरेशन हुआ है. बहुत बड़ी संख्या में एके-47, एसएलआर बरामद हुए है. क्षेत्र में नक्सलियों की कमर टूट गई है. पूरी कंपनी खत्म हो गई.
नक्सलियों से मुख्य धारा में लौटने की अपील
डिप्टी सीएम शर्मा ने कहा कि मैं नक्सलियों से कहना चाहता हूं कि सभी को घर पर वापस आना चाहिए. छत्तीसगढ़ की सरकार अच्छी सरेंडर पालिसी के साथ सामने आ रही है, मुख्य धारा पर सभी लौटे. बस्तर और बस्तर का जल, जंगल और जमीन बस्तरवासियों का है. बस्तर के विकास के मार्ग पर बिछे हुए आईईडी को अब समाप्त कर देना चाहिए.