भिलाई निगम के इंजीनियरों को मिली एनर्जी कंजर्वेशन की ट्रेनिंग: दो दिवसीय प्रशिक्षण में मिलेंगे एनर्जी सेविंग के टिप्स

भिलाई। भिलाई नगर पालिका निगम के इंजीनियरों को क्रेडा से आए ट्रेनर ने एनर्जी कंजर्वेशन को लेकर प्रशिक्षण दिया है। दो दिवसीय प्रशिक्षण में एनर्जी सेविंग के बारे में निगम के अभियंताओं को जानकारी दी जाएगी। आज प्रशिक्षण के प्रथम दिन ट्रेनर प्रीति गुप्ता एवं साउमेन जाएन ने अभियंताओं को प्रशिक्षण में बताया कि पहले रौशनी के लिए बल्ब का उपयोग किया जाता था, फिर इसके स्थान पर एलईडी लाइट का उपयोग किया जाने लगा, इस प्रकार धीरे-धीरे परिवर्तन आने लगा है और एनर्जी कंजर्वेशन की ओर आगे बढ़ोतरी हो रही है।

इसी प्रकार बिल्डिंग के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण में जानकारी दी गई। सूर्य की दिशा के हिसाब से इसका आउटसाइड की दीवार की मोटाई कितनी होनी चाहिए, छत की मोटाई कितनी होनी चाहिए, घरों में खिड़की होना कितना आवश्यक है और इसकी साइज क्या होनी चाहिए, बिल्डिंग में सिंगल ग्लास एवं डबल ग्लास का क्या महत्व है तथा डबल ग्लास क्यो होना चाहिए। इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्रदाय की गई। प्रशिक्षण में ट्रेनर ने बताया की भवन में जितना ही हिट कम होगा उतना ही एनर्जी सेविंग की दिशा में आगे बढ़ा जाएगा, जैसे की हिट कम होने पर एयर कंडीशनर का उपयोग कम होगा।

सर्वप्रथम ट्रेनिंग में छत्तीसगढ़ के जलवायु के बारे में जानकारी दी गई इसके मुताबिक एनर्जी सेविंग को विस्तार से समझाया गया। उल्लेखनीय है कि निगमायुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर दो दिवसीय प्रशिक्षण का कार्यक्रम भिलाई निगम के सभागार में रखा गया है जिसमें एनर्जी कंजर्वेशन के बारे में अभियंताओं को जानकारी दी जा रही है। आज के प्रशिक्षण में अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी सहित निगम के उप अभियंता, सहायक अभियंता आदि मौजूद रहे।

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