भिलाई। पीटीएस राजनांदगांव के सामने सड़क हादसे में डोंगरगढ़ सिख समाज के अध्यक्ष और उनके बेटे ए की मौत हो गई। हादसे में उनके बहू को भी गंभीर चोटे आई है। जिन्हें मेडिकल कॉलेज में प्राथमिक उपचार के बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाकर भिलाई से रायपुर रेफर कर दिया गया है।

- तीनों शादी का कार्ड बांटने डोंगरगढ़ से निकले थे।
- डोंगरगढ़ सिख समाज के अध्यक्ष हरभजन सिंह भाटिया (65 वर्ष) अपने बेटे परमजीत सिंह उर्फ बॉबी और बहू गुरमीत कौर के साथ पोती की शादी का कार्ड बांटने निकले थे।
- इस हादसे से सिख समाज समेत डोंगरगढ़ में शोक की लहर है।


- तीनों कार में सवार होकर सुबह 10.30 बजे डोंगरगढ़ से राजनांदगांव के निकले थे।
- दोपहर 12.30 बजे उनकी कार पीटीएस के सामने पहुंची थी, तभी अचानक कार चला रहे परमजीत सिंह ने नियंत्रण खो दिया।
- तेज रफ्तार कार सड़क किनारे उतरकर पेड़ से जा टकराई।
- टक्कर इतनी तेज थी कि कार के सामने हिस्से के परखच्चे उड़ गए।

- हादसे के तुरंत बाद सभी को मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पहुंचाया गया।
- जहां हरभजन सिंह भाटिया की मौत हो गई। हरभजन सिंह बैंक आफिसर भी रहे।
- वहीं परमजीत सिंह और उनकी पत्नी गुरमीत कौर को रायपुर रेफर किया गया था।
- जहां परमजीत सिंह की भी देर शाम मौत हो गई।

- पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि हरभजन सिंह भाटिया के पोती की कुछ ही दिनों में शादी होने वाली है।
- इसी का कार्ड बांटने के लिए सभी निकले थे।
- हरभजन सिंह डोंगरगढ़ सिख समाज के अध्यक्ष के साथ मेडिकल व्यवसायी थे।

भिलाई में पार्षद वशिष्ठ ने की कोशिश, रायपुर के लिए बन गया था ग्रीन कॉरिडोर
- राजनांदगांव से घायलों को भिलाई पल्स अस्पताल लाया गया।
- जहां रायपुर एम्स ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर तक बना लिया गया।
- एंबुलेंस के साथ-साथ दुर्ग पुलिस यातायात की टीम भी आ गई।

- सबकुछ ठीक चल रहा था। तभी अचानक बॉबी की मौत की खबर आ गई।
- नगर निगम भिलाई के सीनियर पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा की पहल से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अस्पताल ले जाने की पूरी तैयारी हो गई थी लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।



