दुर्ग में पार्षद अरूण और गोविंदराज नायडू समेत 7 समर्थकों के खिलाफ FIR: पुलिस ने रिपोर्ट में लिखा-किसी की बात नहीं सुनी, उग्र होकर तोड़ दिए बेरिकेड्स और कुर्सी

भिलाई। नगर निगम दुर्ग के निर्दलीय पार्षद अरूण सिंह समेत उनके समर्थकों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध हो गया है। अरूण सिंह के साथ हिंदू युवा मंच के प्रमुख गोविंद राज नायडू भी है। कुल 7 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर हुई है। इन सभी पर आरोप है कि सरकारी संपत्ति का नुकसान पहुंचाया गया है। वहीं सरकारी काम में दखल देकर व्यवधान उत्पन्न किया गया है।

मामले में पुलिस ने धारा 147, 149, 186, 323, 353, 427 के तहत कार्रवाई किया है। मोहन नगर पुलिस ने बताया कि पार्षद अरुण सिंह और उसके समर्थकों द्वारा 15 सितंबर को दुर्ग स्थित अंडरब्रिज क्रमांक 444 में पुलिस बल के साथ धक्का-मुक्की कर बैरिकेट्स तोड़ने, शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर कार्रवाई की गई है। पुलिस ने तितुरडीह पार्षद अरुण सिंह, गोविंद नायडू ,अभिषेक शर्मा, कृष्णा चौहान, राजेश शर्मा ,श्रीकांत नायक ,मंगल सिंह, शिवम सिंह व अन्य पर कार्रवाई किया है। गौरतलब हो कि दुर्ग स्थित निर्माणाधीन अंडरब्रिज में जबरन पार्षद व उसके समर्थक घुसने का प्रयास किया था। प्रशासन के अधिकारियों द्वारा बातचीत कर उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन किसी ने कोई बात नहीं मानी थी। समर्थकों ने उग्र होकर अंडर ब्रिज की सुरक्षा में लगे 2 लेयर की बैरिकेट्स, वहां पर रखी कुर्सियों को तोड़ दिया था।

अरूण सिंह का बयान, क्या-कुछ कहा है…
रायपुर नाका अंडर ब्रिज खोले जाने को लेकर प्रदर्शन करने वाले दुर्ग निगम के वार्ड 21 के पार्षद अरूण सिंह ने पुलिस द्वारा गैर जमानतीय धारा लगाने पर अपना बयान जारी किया है। पार्षद अरूण सिंह का कहना है कि जिस जनता ने अपना प्रतिनिधि बनाकर उन्हें नगर निगम के सदन तक भेजा है। उनकी आवाज बनना अपराध है तो अपराध सही लेकिन जनता की आवाज को दबाया नहीं जा सकेगा। उन्होंने इस पूरे मामले में कांग्रेस के विधायक अरूण वोरा पर सियासत करने का आरोप लगाया है।

पार्षद अरूण सिंह ने कहा है कि, माह अप्रैल में अंडर ब्रिज का कार्य पूर्ण हो गया था लेकिन किसी न किसी कारणों से अंडर ब्रिज के उदघाटन को रोका जा रहा है जबकि अंडरब्रिज निमार्ण का सारा कार्य पूर्ण हो चुका है। वहीं दिनों दिन लोगो की परेशानियां बढते जा रही है। पार्षद अरूण सिंह ने बताया कि पटरी पार 2 लाख लोग निवास करते हैं जिसमें सिंधिया नगर, हनुमान नगर, तितुरडीह, कातुलबोर्ड जैसे क्षेत्र शामिल है जहां निवास करने वाले लोगों को प्रतिदिन पटरी पार करके दूसरी ओर जाना होता है लेकिन अंडर ब्रिज नही होने से मजबूरीवश उन्हें ओवर ब्रिज का उपयोग करना पडता है। जिससे दूरी भी बढ जाती है और दुर्घटना का खतरा भी बना होता है।

उन्होने बीते वर्षो में कई दुर्घटनाओं का जिक्र करते हुए लोगों के घायल होने और मृत्यु तक होने की बात कही। पार्षद अरूण सिंह ने कहा कि इन्ही सब क्षेत्रवासियों की आवाज बुलंद कर वे जल्द से जल्द अंडर ब्रिज आरंभ करने की मांग कर रहे है। पंद्रह दिनों पूर्व उन्होंने प्रशासन को एक ज्ञापन भी सौपकर समय दिया था । इसके बावजूद अंडरब्रिज खोलने कोई प्रयास नही होने पर वे निर्धारित अवधि के बाद वार्डवासियों के साथ अंडरब्रिज को खोलने पहुंचे थे। लेकिन उनकी बात सुनने की बजाय लोगो पर पुलिस द्वारा लाठियां बरसाई गई और आवाज को दबाने का प्रयास किया गया। उन्होने पुलिस द्वारा इस मामले में गैरजमानतीय धारा लगाने पर इसे राजनैतिक षडयंत्र बताया है।

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