भिलाई के बड़े इलाके में 3 जगह लगी आग: फायर ब्रिगेड की टीम ने पाया काबू… फर्नीचर फैक्ट्री, शोरूम और गोदाम में हुई घटना, अंदर रखा था सिलिंडर… फायर फाइटर्स ने आग में जाकर निकाला

दुर्ग-भिलाई। गर्मी का मौसम आते ही आगजनी की घटना की खबर सामने आने लगी है। भिलाई में बीती रात से लेकर आज सुबह तक 3 जगहों पर आगजनी की घटना हुई। तीनों घटना पर फायर ब्रिगेड की टीम ने सूझबूझ से काबू पाया। राहत की बात ये रही कि इन हादसों के दौरान कोई जनहानि नहीं हुई।

  • पहली आगजनी की घटना शुक्रवार-शनिवार की रात करीब 3 बजे सुपेला रावणभाटा के पास बसंत विश्वकर्मा की प्लाईवुड वर्कशॉप में हुई। यह फर्नीचर की दुकान घनी आबादी के पास है। दुकान में लकड़ी का सामान और कुछ केमिकल रखे होने की वजह से आग तेजी से फैल गई। दमकल कर्मियों ने बिना समय गवाएं पानी और फोम की मदद से आग को बुझाने का प्रयास किया। करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। अग्निशमन विभाग के ने बताया कि, फर्नीचर दुकान से लगे कई घर और बुक डिपो की दुकानें हैं। यदि आग और फैलती, तो बड़ा नुकसान हो सकता था।
  • दूसरी घटना शनिवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे सुपेला आकाश गंगा में नितिन वर्मा की टोपी-चश्मा बेल्ट आग लग गई। फायर ब्रिगेड की टीम ने समय रहते आग पर काबू पा लिया।
  • तीसरी घटना भी सुपेला आकाश गंगा की ही है। जहां सुबह करीब साढ़े 6 बजे यू श्रीदर के आलू प्याज के गोदाम में आग लग गई। आलू-प्याज के गोदाम में एलपीजी गैस सिलेंडर रखा हुआ था। दुकानदार ने बताया कि सिलेंडर भरे हुए हैं। टीम के जवानों ने बिना देरी किए दुकान के अंदर घुसकर सबसे पहले सिलेंडर को बाहर निकाला। इससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया।

तीनों जगहों पर आग लगने की सूचना पर दुर्ग पुलिस भी मौके पर पहुंची थी। पुलिस आग लगने की वजाओं का पता लगा रही है। जिला अग्निशमन अधिकारी नागेंद्र कुमार ने बताया कि एक जगह से टीम आग बुझाकर वापस नहीं लौट पा रही थी और दूसरी जगह से मैसेज आ रहा था। उनकी टीम ने बिना रुके तीनों आग पर समय रहते काबू पाया है। जिला अग्निशमन अधिकारी नागेंद्र कुमार सिंह के द्वारा एक अच्छी टीम बनाकर आगजनी स्थान पर समय पर पहुँच कर समय रहते आग पर काबू पाया लिया गया जिससे स्पॉट पर किसी भी प्रकार की घटना नहीं हुई। इस दौरान शिफ्ट प्रभारी भगवती बनजारे थे। अग्निशमन कर्मी रामनाथ कुर्रे, उमाशंकर, शारदा और नितिन और नगर सैनिक जवान – राजू लाल, धर्मेंद्र और हीरामन ने यार सराहनीय कार्य्र किया है।

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