रायपुर। रायपुर जिले में खुद को पुलिस खुफिया अधिकारी बताकर एक युवक से ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय ठग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने मोबाइल कॉल पर झांसा देकर युवक से 39,000 रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए थे। ठगी के इस मामले को साइबर यूनिट और सिलयारी पुलिस की संयुक्त टीम ने गंभीरता से लेते हुए दिल्ली से आरोपी बालमीक तिवारी को गिरफ्तार किया है।

क्या है पूरा मामला?
मोहर दास बंजारे, निवासी सिलयारी, थाना धरसींवा, रायपुर ने पुलिस में शिकायत की थी। 29 मई 2025** को एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें कॉल कर खुद को CBI/खुफिया विभाग का अधिकारी बताया। उसने कहा कि एक आरोपी को पकड़ने के लिए प्रार्थी (मोहर दास) के नंबर से उसके बैंक खाते में पैसे भेजने की जरूरत है। प्रार्थी ने विश्वास कर **दो बार में कुल 39,000 रुपये बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दिए। आरोपी ने पैसे लौटाने का वादा किया, लेकिन बाद में कोई संपर्क नहीं हुआ।
जांच और गिरफ्तारी ऐसे हुई
शिकायत मिलने के बाद धरसींवा पुलिस व साइबर सेल की टीम ने मोबाइल नंबर और बैंक खाता की तकनीकी जांच शुरू की। कॉल और ट्रांजेक्शन से संबंधित डिटेल ट्रेस कर आरोपी को दिल्ली में लोकेट किया गया। टीम दिल्ली भेजी गई और लगातार कोशिशों के बाद आरोपी बालमीक तिवारी को पकड़ लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने ठगी की बात स्वीकार की और बताया कि वह इस काम में अपने साथियों के साथ मिला हुआ था।
आरोपी के पास से क्या मिला?
एक मोबाइल फोन जब्त किया गया है, जो घटना में इस्तेमाल हुआ था। आरोपी के बैंक खाते की जांच में पिछले 6 महीनों में 14 लाख रुपये का लेन-देन सामने आया है। अभी आरोपी से और भी जानकारी ली जा रही है और उसके बाकी साथी फरार हैं, जिन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
गिरफ्तार आरोपी का विवरण
नाम-बालमीक तिवारी
उम्र-30 वर्ष
स्थायी पता: गांव उतरवा, थाना बसौदा, जिला बोदा (उत्तर प्रदेश)
हाल पता: बेस्ट पटेल नगर, बलजीन नगर, नई दिल्ली
जांच टीम का योगदान
इस कार्रवाई में निरीक्षक राजेन्द्र दीवान (थाना प्रभारी धरसींवा), निरीक्षक परेश पांडे, उपनिरीक्षक जितेंद्र डहरिया, साइबर यूनिट के महेंद्र राजपूत, बसंती मौर्य, प्रकाश नारायण, नितेश राजपूत, लालेश नायक, अमित वर्मा, विजेंद्र कन्नौजे, और संजीत मिरी की अहम भूमिका रही।