कैंप की दुकान में राशन फर्जीवाड़ा!…पहले हितग्राहियों के कार्ड ट्रांसफर किए फिर मृतकों के नाम से भी निकालते रहे राशन, कलेक्टर से कंप्लेन के बाद जांच शुरू

भिलाई। राशन में फर्जीवाड़े की शिकायत आम है। राशन के नाम पर फर्जीवाड़े को अंजाम देने का आरोप अक्सर दुकान संचालक पर लगता है। ताजा मामला भिलाई के कैंप-2 की दो दुकानों का है। जिसकी शिकायत खाद्य नियंत्रक से हुई। अब मामले की जांच शुरू हो गई है।

शिकायकर्ता उमेश शर्मा ने अपनी शिकायत में बताया है कि, दुकान संचालक सुनील अग्रवाल ने मनमाने तरीके से 7 राशन कार्ड को अपनी दुकान में ट्रांसफर करा लिया। यही नहीं, मृत हो चुकी हितग्राही के नाम से भी फर्जी तरीके से राशन का आहरण खुद ही कर रहे हैं।

शिकायतकर्ता का यह भी कहना है कि इस मामले में दुकान संचालक ने नगर निगम और खाद्य विभाग के स्टाफ के साथ मिलकर मिलीभगत को अंजाम दिया है। इसकी जांच होनी चाहिए। शिकायकर्ता ने बताया है कि दुकान आईडी नंबर-431004184 से 7 राशन कार्ड को दुकान नंबर-431004066 पर ट्रांसफर किया गया है।

वहीं कार्ड नंबर- 22378254285 सरिता भिलाई की रहने वाली नहीं है। उनके नाम से राशन आहरण हो रहा है। मिलन चौक कैंप-2 की रहने वाली ज्योति कुंवर को भी राशन दिया जा रहा है। जबकि, उसकी मौत तीन साल पहले हो चुकी है। शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि ऑपरेटर के साथ मिलकर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया है।

निगम के जोन-1 के कई स्टाफ इसमें संलिप्त हैं। उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की है। इस पूरे प्रकरण पर फूड कंट्रोलर सीपी दीपांकर का कहना है कि, शिकायत मिली है। इसकी जांच जारी है। एनआईसी की टीम यह पता करने में लगी है कि आखिर सात राशन कार्ड का ट्रांसफर एक दुकान से दूसरे दुकान में कैसे हुआ? जो शिकायत सामने आई है, उस आधार पर जांच जारी है।

वहीं इस मामले में सुनील अग्रवाल पर आरोप लगा है। उन्होंने अपने पक्ष में कहा है कि, सारे आरोप गलत है। शासन के नियमों के अनुसार राशन का वितरण किया जा रहा है। किसी प्रकार की धांधली नहीं है। जो शिकायत किए हैं वो खुद ही पहले दुकान चलाते थे।

Exit mobile version